विकास के मामले चीन दूसरे देशों के मुकाबले काफी आगे है, ऐसे में उससे बराबरी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी योजनाओं में तुरंत निर्णय लेने की जरूरत है. साथ ही भारतीयों को तीन शिफ्टों में काम करना होगा. ये बात इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने बुधवार को बेंगलुरु टेक समिट के उद्घाटन पर कही. जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ बातचीत में मूर्ति ने कहा कि जिन देशों में उच्च आकांक्षाएं हैं, वहां लोग दो शिफ्ट में काम करते हैं. अगर भारत ने ऐसा किया तो वह चीन से भी अधिक तेजी से आगे बढ़ सकता है.
उन्होंने यह भी कहा कि विकास के लिए प्रोजेक्ट की प्राथमिकता तय करना जरूरी है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि लोगों को सिर्फ एक शिफ्ट में काम नहीं करना चाहिए कि वे सुबह 11 बजे आए और शाम 5 बजे चले गए. आगे बढ़ने के लिए तुरंत निर्णय लेने की क्षमता विकसित करनी होगी. साथ ही यह देखना होगा कि सभी उद्यमियों की दिक्कतें दूर हों.
मूर्ति ने कहा कि बेंगलुरु भारत से कुल सॉफ्टवेयर निर्यात में लगभग 35% से 37% का योगदान देता है. ऐसे में सिर्फ बेंगलुरु से 75 अरब डॉलर की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि भारत से कुल निर्यात 200 अरब डॉलर का है. इस दौरान उन्होंने नई तकनीक चैटजीपीटी के सही उपयोग से होने वाले फायदे के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि पहिए के आविष्कार से लेकर चैटजीपीटी तक, यह सब हमारे जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. किसी भी कंपनी के विकास, अस्तित्व और सफलता के लिए ऐसी मानसिकता होानी चाहिए जो लगातार नई-हनई चीजें करते रहें.