नए साल की शुरुआत होते ही इंडिगो ने फ्यूल चार्ज हटाकर ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. इससे आने वाले दिनों में हवाई यात्रा और सस्ती हो सकती है. किसी भी एयरलाइन के ऑपरेटिंग खर्च में एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की हिस्सेदारी करीब 40 फीसद होती है. ऐसे में एटीएफ की कीमतों में लगातार उछाल के बाद अक्टूबर 2023 में इंडिगो ने ईंधन शुल्क लागू किया था. मगर अब कच्चे तेल की कीमतें कम होने की वजह से एटीएफ का खर्च कम होगा.
इंडिगो ने गुरुवार को फ्यूल चार्ज में कटौती का ऐलान करते हुए कहा कि एयरलाइन कंपनी अपनी किफायती और टेंशन फ्री सुविधा देने की पॉलिसी पर बरकरार रहेगी. चूंकि एटीएफ की कीमतें गतिशील हैं इसलिए हम कीमतों या बाजार स्थितियों में किसी भी बदलाव का जवाब देने के लिए अपने किराए और उससे जुड़ी चीजों को मैनेज करने की कोशिश करते हैं. बता दें एटीएफ की बढ़ती कीमतों के कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर अक्टूबर में इंडिगो ने 300 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक का ईंधन शुल्क लागू किया था.
केंद्र सरकार ने 1 जनवरी को लगातार तीसरी बार एटीएफ की कीमतों में कटौती की है. राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, इस बार नई दिल्ली में एटीएफ पर लगभग 4 फीसद की कटौती की गई है, जिससे ये 101,993.17 रुपए प्रति किलोलीटर हो गया है. वहीं नवंबर और दिसंबर में एटीएफ की कीमतों में क्रमश: 6 फीसदी और 4.6 फीसदी की कटौती की गई थी. एटीएफ की कीमतों में कटौती से एयरलाइंस की ऑपरेशनल लागत कम हो जाएगी. बता दें राज्य के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) हर महीने की पहली तारीख को रसोई गैस और एटीएफ की कीमतों में संशोधन करती हैं.