इस सप्ताह भारतीय रेलवे की हुई कड़ी आलोचना के बीच रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक अहम घ्घोषणा की. मंत्रालय ने कहा कि 2023 की गर्मियों की तुलना में इस साल 43 फीसद ज्यादा ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. बता दें पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर रेलवे के कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें यात्रियों की दुर्दशा दिखाई गई है. बहुत से लोग कोच के दरवाजों के बीच की गलियों में फंसे हुए थे, वहीं कुछ आरक्षित सीटों वाले लोगों को ट्रेन में चढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा. इतना ही नहीं बहुत से यात्रियों को जगह न मिलने पर टॉयलेट के अंदर खड़े होकर आना पड़ा. इसी समस्या को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का फैसला किया है.
9,111 यात्राएं होंगी संचालित
मंत्रालय ने कहा कि यात्रियों की सुविधा और गर्मियों के दौरान यात्रा की मांग में होने वाली वृद्धि को देखते हुए रेलवे इस गर्मी के मौसम में रिकॉर्ड तोड़ 9,111 यात्राएं संचालित करेगा. बीते साल 2023 में जहां महज कुल 6,369 यात्राएं प्रस्तावित की गई थीं, वहीं इस बार इसे बढ़ा दिया गया है.
प्रमुख गंतव्यों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था
रेलवे के अनुसार देश भर के प्रमुख गंतव्यों को जोड़ने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों को चलाए जाने की योजना बनाई गई है. चार्ट में पूरे सीजन में रेलवे जोन की ओर से अधिसूचित यात्राएं दिखाई गई हैं. सभी जोनल रेलवे ने तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से गर्मियों में यात्रा करने वालों के लिए अतिरिक्त यात्राएं संचालित कर रहा है.
भीड़ नियंत्रित के लिए ऐसी होगी व्यवस्था
रेलवे ने कहा कि सामान्य श्रेणी के डिब्बों में प्रवेश के लिए कतार प्रणाली तय की जाएगी. लोग लाइन से चढ़े इसके लिए आरपीएफ कर्मियों को प्रारंभिक स्टेशनों पर तैनात किया गया है. भीड़भाड़ वाले इलाकों पर कड़ी नजर रखने और यात्रियों को वास्तविक समय पर सहायता प्रदान करने के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में कुशल आरपीएफ कर्मचारियों को तैनात किया गया है.