पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि वेनेजुएला पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील के बाद इस लातिन अमेरिकी देश की तेल बाजार में वापसी का भारत स्वागत करता है. पुरी ने कहा कि देश में कुछ रिफाइनरी कंपनियों के पास लातिन अमेरिकी देश में उत्पादित भारी कच्चे तेल को संसाधित करने की क्षमता है. उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि क्या भारत ने वेनेजुएला से खरीदारी फिर से शुरू कर दी है.
भारत ने आखिरी बार 2020 में वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात किया था. अमेरिकी वित्त विभाग ने अक्टूबर में वेनेजुएला के तेल और गैस क्षेत्र पर प्रतिबंध आंशिक रूप से हटा दिया था. देश के तेल और गैस क्षेत्र में लेनदेन को अधिकृत करने के लिए छह महीने का लाइसेंस दिया गया है.
इस लाइसेंस का नवीनीकरण तभी किया जाएगा, जब वेनेजुएला अगले साल के राष्ट्रपति चुनाव में निष्पक्ष मतदान की प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगा. पुरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”हमने हमेशा वेनेजुएला से सामान खरीदा है. जब वेनेजुएला पर प्रतिबंध लगा, उसके बाद वे आपूर्ति करने की स्थिति में नहीं थे.”
उन्होंने कहा कि ओडिशा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की पारादीप रिफाइनरी सहित कई रिफाइनरियां वेनेजुएला के कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में संसाधित करने में सक्षम हैं. वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदने के सवाल पर उन्होंने कहा, ”हम खरीदेंगे.”
कुछ भारतीय रिफाइनर पहले ही वेनेजुएला से आपूर्ति सुनिश्चित कर चुके हैं. लातिन अमेरिकी देश से कच्चे तेल का आयात करके भारत को विविधता लाने में मदद मिलेगी, जो इस समय पश्चिम एशिया और रूस पर बहुत अधिक निर्भर है.