दुबई रूट पर भारतीय एयरलाइंस का होगा दबदबा, बढ़ेगा सीटों का कोटा

दुबई एयरलाइंस को भारत में उड़ान के दौरान मिलने वाली प्रत्येक अतिरिक्त सीट के बदले भारतीय एयरलाइंस के लिए चार अतिरिक्‍त सीटें मांगी गई हैं

दुबई रूट पर भारतीय एयरलाइंस का होगा दबदबा, बढ़ेगा सीटों का कोटा

भारत और दुबई जैसे व्यस्त रूट पर अब जल्द ही भारतीय एयरलाइंस का दबदबा बढ़ने जा रहा है. इस रूट पर भारतीय एयरलाइंस के लिए ज्यादा सीटों की मांग की गई है. ताजा फॉर्मूले के अनुसार दुबई एयरलाइंस को भारत में उड़ान के दौरान मिलने वाली प्रत्येक अतिरिक्त सीट के बदले भारतीय एयरलाइंस के लिए चार अतिरिक्‍त सीटें मांगी गई हैं. भारत ने दुबई एयरलाइंस से कहा है कि उन्‍हें देश में अपनी उड़ान सेवा को संचालित करने के लिए उनकी मांग को पूरा करना होगा.

बता दें कि दोनों देशों की एयरलाइनों को आपस में हुए द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते के तहत कुल 66,000 सीटें संचालित करने की अनुमति है. इन जगहों के लिए यात्रियों की मांग काफी ज्‍यादा है. इसी वजह से भारत, दुबई को अपने कैरियर्स में अतिरिक्‍त सीटें दिए जाने को कह रहा है.

एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर भारतीय एयरलाइंस के लिए बेहतर स्थिति बनाना चाहती है. यूएई ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से दुबई के लिए सीटों की संख्या 50,000 और बढ़ाने के लिए कहा था, लेकिन इसकी संभावना कम है. ऐसे में भारतीय एयरलाइंस कोटे को लेकर नीति में अधिक समानता की मांग कर रहा है. वहीं दूसरी ओर यूएई स्थित एयरलाइंस यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए सिक्स्थ फ्रीडम ट्रैफिक के लिए कोटे का उपयोग कर रही हैं क्‍योंकि उनकी टिकट कीमत ज्‍यादा है.

सिक्स्थ फ्रीडम ट्रैफिक उन यात्रियों को दर्शाता है जिन्हें एक एयरलाइन अपने हवाई अड्डों के माध्यम से एक देश से दूसरे देश तक ले जाती है. उदाहरण के लिए, FY19-20 में, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए उड़ान भरने वाले 69% भारतीय यात्रियों ने विदेशी एयरलाइनों पर दुबई, अबू धाबी और दोहा जैसे पश्चिम एशियाई केंद्रों से यात्रा की थी. कोविड के दौरान घरेलू विमानन कंपनियों को कोई राज्य वित्त पोषण नहीं मिला था, जबकि यूएई एयरलाइंस को उनकी सरकारों से भारी समर्थन मिला था. ऐसे में भारतीय सरकार ने एयर इंडिया और इंडिगो जैसे भारतीय वाहकों को यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए मध्यम और लंबी दूरी के मार्गों पर समान अवसर दिए जाने की बात कही है.

Published - December 26, 2023, 03:43 IST