भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को आमतौर पर कैम्पस से अच्छे प्लेसमेंट मिलते हैं, लेकिन बीते साल के मुकाबले इस बार इसमें 15 से 30 फीसद तक गिरावट देखने को मिल रही है. ऐसे में साल 2024 बैच के स्टूडेंट काफी परेशान हैं. उन्हें जॉब नहीं मिल पा रही है. ऐसा पहली बार है जब फाइनल प्लेसमेंट में कमी देखने को मिल रही है.
सूत्रों का कहना है कुछ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग छात्रों, जो सबसे प्रतिष्ठित हैं उन्हें भी नौकरी नहीं मिल पा रही है. फाइनल प्लेसमेंट के लिए एक सप्ताह से अधिक समय बीतने के बावजूद छात्रों को जॉब मिलनी माकी है. अन्य वर्षों में, इन सभी छात्रों को प्लेसमेंट के पहले कुछ दिनों के अंदर ही या अधिकतम तीन-चार दिनों में ही जॉब मिल जाती थी. भर्तीकर्ता उन्हें ऑफर लेटर भेज देते थे.
इन संस्थानों में स्थिति चिंताजनक
देश में इंजीनियरिंग प्लेसमेंट को लेकर दिल्ली, बॉम्बे, कानपुर, मद्रास, खड़गपुर, रूड़की, गुवाहाटी और वाराणसी (BHU) के पुराने आईआईटी के अच्छे रिकॉर्ड है. इन प्रतिष्ठित संस्थानों में एक सीट के लिए सैकड़ों-हजारों छात्र प्रतिस्पर्धा करते हैं. यहां से छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट मिलती है.पिछले साल के प्लेसमेंट के दौरान भी आईआईटी छात्रों ने दूसरे क्षेत्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया. हालांकि, इस साल आईआईटी संस्थान संघर्ष कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक भर्तीकर्ताओं की ओर से कम दिलचस्पी लेना, कुछ कंपनियों की ओर से प्लेसमेंट में कमी करना और नई नियुक्तियों के कम होने के चलते प्लेसमेंट में कमी आई है. जो भर्तीकर्ता 8-10 छात्रों को नियुक्त करते थे, अब 1-2 छात्रों को ही नियुक्त कर रहे हैं. छात्रों के अनुसार ऑफर 30 प्रतिशत तक कम हो गए हैं.
प्लेसमेंट सेल को बेहतरी की उम्मीद
प्लेसमेंट सेल का कहना है कि वे ज्यादा से ज्यादा भर्तीकर्ताओं तक पहुंचने में लगे हुए हैं. जितना संभव है उतने बैच के लिए प्लेसमेंट सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है. करियर डेवलपमेंट सेंटर के चेयरपर्सन राजीब मैती का कहना है कि आईआईटी-खड़गपुर को इस साल सातवें दिन तक 1,181 ऑफर मिले हैं. पिछले साल, संस्थान के पहले के एक बयान के अनुसार, पांचवें दिन के अंत तक उसके पास 1,300 ऑफर थे. संस्थान और अधिक भर्तियों के आने की उम्मीद कर रहे हैं. कुछ कंपनियों के एग्जिट लेने के कारण हमने नए भर्तीकर्ताओं को भी आमंत्रित किया है. आईआईटी-बीएचयू के पास शुक्रवार सुबह तक 850 ऑफर थे, वहीं पिछले साल, पहली बार में लगभग 1,000 ऑफर थे.