चालू वित्त वर्ष के दौरान पहले छह महीनों के दौरान सरकारी बैंकों ने करीब 68,500 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान बैंकों की बैलेंस शीट में अच्छी ग्रोथ देखी गई थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की सरकारी बैंकों के कामकाज की समीक्षा बैठक की थी. बैठक के बाद यह जानकारी सामने आई है. मुनाफे के साथ-साथ बैंकों की संपत्ति की गुणवत्ता में लगातार सुधार हो रहा है. बैकों का ग्रॉस NPA भी कम हो रहा है. सभी कमर्शियल बैंकों का ग्रॉस एनपीए सितंबर 2023 तक कम होकर 3.2 फीसदी पर आ गया.
सरकारी बैंकों के साथ बैठक में सीतारमण ने सरकारी बैंकों को वित्तीय स्थिति बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए. बैठक के दौरान साइबर सिक्योरिटी और फाइनेंशियल सेक्टर के खतरों से जुड़े मुद्दे उठाए गए. इसके अलावा वित्त मंत्री ने लोन बांटने से पहले के जरूरी जांच-पड़ताल करने की हिदायत दी.
वित्त मंत्री ने सरकारी बैंकों से कहा कि वे बड़े लोन अकाउंट की अच्छे से मॉनिटरिंग करें. अगर ऐसे लोन अकाउंट में डिफॉल्ट हो तो तत्काल कानूनी कार्रवाई करें. वित्त मंत्री के मुताबिक सरकारी बैंकों को कर्ज बांटने से पहले अच्छी तरह से जांच पड़ताल करनी चाहिए.
साइबर सिक्योरिटी पर निर्देश
इस दौरान सरकारी बैंकों को साइबर सिक्योरिटी पर भी अहम सुझाव दिए गए. सरकारी बैंकों को साइबर सिक्योरिटी उपायों को अपनाने की हिदायत दी गई. उनसे घरेलू वित्तीय ढांजे को सुरक्षित बनाए रखने के लिए कड़े सिक्योरिटी नियमों का पालन करने के लिए कहा गया.