सफर के दौरान टोल प्लाजा पर लगने वाली लाइन के झंझट से अब लोगों को छुटकारा मिलने वाला है. अब सीधे सैटेलाइट से टोल कटेगा. इसके लिए सरकार ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) का उपयोग करने वाली है. इस व्यवस्था को लागू करने के लिए कंसल्टेंट भी नियुक्त किए गए हैं. ये जानकारी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने राज्य सभा में संजीव अरोरा की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी.
सरकार का दावा है कि दो साल के अंदर कई हाइवे पर सैटेलाइट के जरिए टोल टैक्स वसूलने की शुरुआत हो जाएगी. बिना बैरियर वाले इन टोल पर रुकने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. जिससे जाम से छुटकारा मिलेगा. सरकार का कहना है कि जीपीएस-सैटेलाइट के जरिए वाहन मालिक के खाते से टोल टैक्स कट जाएगा. जाम से छुटकारे समेत इससे ये फायदा भी होगा कि जितनी दूरी आपने तय की है, उसका पता एंट्री और एग्जिट पाइंट से लग जाएगा और टोल की राशि उसी के मुताबिक कटेगी.
फास्ट टैग से घटा इंतजार का समय
नितिन गडकरी ने हाल ही में राज्य सभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था कि फास्टैग की वजह से टोल प्लाजा पर लगने वाले औसत समय में कमी आई है. पहले यह वेटिंग टाइम औसत 734 सेकेंड था जो अब घटकर केवल 47 सेकंड रह गया है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा किए गए सर्वे में पता चला है कि FASTag लागू होने से पहले टोल पर गाडि़यों को ज्यादा इंतजार करना पड़ता था. गडकरी ने यह भी बताया कि नेशनल हाईवे पर FASTag लगने के बाद से टोल प्लाजा के कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई है.