'गेहूं, चावल, चीनी के निर्यात पर पांबदियां हटाने का प्रस्ताव नहीं'

भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था

'गेहूं, चावल, चीनी के निर्यात पर पांबदियां हटाने का प्रस्ताव नहीं'

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि गेहूं, चावल और चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटाने का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल सरकार के सामने नहीं है. गोयल ने कहा कि भारत का गेहूं और चीनी के आयात का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि गेहूं, चावल और चीनी पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है. इसके साथ ही भारत गेहूं और चीनी का आयात नहीं करेगा.

भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद जुलाई, 2023 से गैर-बासमती चावल के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है. सरकार ने अक्टूबर, 2023 में चीनी के निर्यात पर भी रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया था.

कुछ प्रमुख कृषि उत्पादों के निर्यात पर रोक लगाए जाने के बावजूद चालू वित्त वर्ष में भारत का कृषि निर्यात पिछले साल के स्तर 53 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में देश का कृषि उत्पादों का निर्यात 53 अरब डॉलर रहा था. वाणिज्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने बीते दिनों कहा था कि कुछ जिंसों के निर्यात पर पाबंदियां लगाए जाने से 4.5 से पांच अरब डॉलर का असर पड़ सकता है. इसके बावजूद हम उम्मीद करते हैं कि हम पिछले स्तर तक पहुंच जाएंगे.

Published - January 13, 2024, 06:55 IST