Go First Insolvency: गो फर्स्ट को खरीदने की होड़, स्पाइसजेट कर रहा तैयारी

स्पाइसजेट गो फर्स्ट खरीदने के लिए बड़ी दावेदार है लेकिन एयरलाइन पहले ही अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है

Go First Insolvency: गो फर्स्ट को खरीदने की होड़, स्पाइसजेट कर रहा तैयारी

Go First May Get Buyers: एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट (Go First) दिवालिया हो गई है. इसके बाद, इसे खरीदने के लिए कई बड़ी कंपनियों ने रूचि दिखाई है. इसे खरीदने के लिए भारतीय एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) , शारजाह की एविएशन कंपनी स्काई वन (Sky One) और अफ्रीका की सैफ्रिक इन्वेस्टमेंट्स (Safrik Investments) शामिल हैं.

स्पाइसजेट खरीद सकता है गो फर्स्ट!

स्पाइसजेट गो फर्स्ट खरीदने के लिए बड़ी दावेदार है लेकिन एयरलाइन पहले ही अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है और फंड जुटाने की तैयारी में है. एयरलाइन का प्लान इक्विटी के जरिए 2250 करोड़ रुपए जुटाने का है. गो फर्स्ट के कर्जदाता इसके लिक्विडेशन (संपत्ति की बिक्री) की तैयारी कर रहे थे, क्योंकि एयरलाइन को खरीदने के लिए प्रस्ताव पेश करने की डेडलाइन तक किसी कंपनी ने इसे खरीदने में रुचि नहीं दिखाई. हालांकि अंतिम तारीख बीतने के बाद, स्काई वन, सैफ्रिक इन्वेस्टमेंट्स और स्पाइसजेट ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है.

एयरलाइन की उचित जांच की रिक्वेस्ट

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार गो फर्स्ट की कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रॉसेस (सीआईआरपी) को मैनेज करने वाले रेजोल्यूशन प्रॉसेस (आरपी) के शैलेन्द्र अजमेरा को बंद पड़ी इस एयरलाइन की उचित जांच करने के लिए रिक्वेस्ट मिले हैं. उन्होंने बताया कि इन सभी कंपनियों ने इसकी डेडलाइन बढ़ाने की भी मांग की है. रिपोर्ट में बताया गया है कि लेनदारों की समिति अब बैठक कर यह तय करेगी कि डेडलाइन आगे बढ़ाई जा सकती है या नहीं.

नहीं मिली कोई बोली

गौरतलब है कि विमानन कंपनी गो फर्स्ट के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 22 नवंबर थी. मगर एक भी बोली नहीं मिलने के बाद कर्जदाताओं ने एयरलाइन के लिक्विडेशन की योजना बनाने लगे थे

Published - December 18, 2023, 06:56 IST