दिल्ली हवाई अड्डे पर मई 2024 तक ‘फुल बॉडी स्कैनर’ लगाए जाने की उम्मीद है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है. नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने कहा कि कुछ प्रावधान संबंधी मुद्दों के कारण, कुछ हवाई अड्डों पर ‘फुल-बॉडी स्कैनर’ और ‘सीटीएक्स स्कैनर’ स्थापित करने की समय सीमा बढ़ा दी जाएगी. समय सीमा 31 दिसंबर तक है. सीटीएक्स (कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे) स्कैनर लगाए जाने के बाद यात्रियों को हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को अपने सामान से अलग नहीं निकालना पड़ेगा.
डिजी यात्रा सुविधा 2024 तक 25 और एयरपोर्ट्स पर होगी उपलब्ध
नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 2024 में 25 और हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा सुविधा उपलब्ध होगी. वर्तमान में घरेलू यात्रियों के लिए यह सुविधा 13 हवाई अड्डों पर उपलब्ध है. डिजी यात्रा फेशियल रिकगनाइजेशन टेक्नोलॉजी (एफआरटी) के जरिए हवाई अड्डों पर विभिन्न जांच बिंदुओं पर यात्रियों की संपर्क रहित व निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करती है. सिंधिया ने कहा कि डिजी यात्रा की सुविधा पहले चरण में 14 हवाई अड्डों पर और अगले साल दूसरे चरण में 11 हवाई अड्डों पर उपलब्ध कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि 2024 के अंत तक डिजी यात्रा सुविध 25 और हवाई अड्डों पर उपलब्ध होगी. इससे डिजी यात्रा सुविधा वाले हवाई अड्डों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो जाएगी. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ से निपटने के लिए पिछले साल की तुलना में कार्यबल बढ़ाने सहित एक्स-रे मशीन, प्रस्थान प्रवेश द्वार, चेक-इन काउंटर तथा आव्रजन काउंटर बढ़ाए गए हैं. एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम (एक्सबीआईएस) की संख्या में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत और एएआई हवाई अड्डों पर 49 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि घरेलू यात्री यात्रियों की संख्या प्रतिदिन 4.67 लाख को पार करने के बावजूद दिसंबर 2022 की तुलना में भीड़भाड़ की कोई बड़ी खबर नहीं आई. दिसंबर 2022 में प्रति दिन करीब चार लाख लोग यात्रा कर रहे थे.