ओटीटी प्लेटफॉर्म में आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप की लाइव स्ट्रीमिंग के चलते टेलीविजन पर मैच देखने वालों की संख्या घट गई है. BARC डेटा के अनुसार क्रिकेट विश्व कप 2023 के पहले 11 मैचों के लिए टेलीविजन पर दर्शकों की पहुंच 8% गिरकर 90 मिलियन हो गई है. जबकि लाइव स्ट्रीमिंग की ओर रुख करने वालों की संख्या 98 मिलियन हो गई.
डेटा के अनुसार विज्ञापनदाताओं के लिए 15 साल से ज्यादा का पुरुष वर्ग सबसे अहम टारगेट होता है. इस ऑडियंस का दिल जीतने के लिए एडवरटाइजर क्रिकेट मैचों के लिए स्पॉट खरीदते हैं. बार्क का मानना है कि टीवी पर लाइव प्रसारण और ओटीटी पर लाइव डिजिटल स्ट्रीमिंग के बीच दर्शक बंट गए हैं. अगर भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच के पीक समय को देखें, तो लगभग 8.2 करोड़ दर्शक 70:30 के रेशियों में बंट गए हैं.
डिज़्नी+ हॉटस्टार ने हाल ही में भारत बनाम पाकिस्तान मैच के लिए 35 मिलियन का उच्चतम विश्व रिकॉर्ड बनाया. इस मैच ने ओटीटी मंच पर 225 मिलियन दर्शकों को जोड़ा. इससे पहले, JioCinema ने गुजरात टाइटन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फाइनल के लिए 32 मिलियन दर्शकों को जोड़ने का रिकॉर्ड बनाया था.
एसेंसमीडियाकॉम के दक्षिण एशिया सीईओ नवीन खेमका ने कहा कि क्रिकेट दर्शकों की संख्या टीवी और डिजिटल के बीच बंट रही है. साल 2019 में, डिजिटल पहुंच इतनी ज्यादा नहीं थी. आईसीसी सीडब्ल्यूसी 2023 की संयुक्त टीवी और डिजिटल दर्शकों की संख्या पिछले संस्करण की तुलना में अधिक होगी. BARC डेटा से यह भी पता चलता है कि पहले 11 मैचों के लिए औसत टेलीविज़न रेटिंग (TVR) 2019 में पिछले संस्करण की तुलना में 13% कम होकर 1.93 TVR हो गई है.
डेटा के तहत भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच 4.77 टीवीआर के साथ टूर्नामेंट का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल था, जबकि भारत बनाम अफगानिस्तान का टीवीआर 3.41 था. भारत के दो मैचों के बाद, श्रीलंका बनाम पाकिस्तान मैच का टीवीआर सबसे अधिक 1.67 था. इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच शुरुआती मैच में 1.4 टीवीआर थी.