CBI ने 34,000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में DHFL के पूर्व निदेशक धीरज वधावन को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि वधावन को सोमवार शाम को मुंबई से हिरासत में लिया गया है. उन्हें मंगलवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि मामले के सिलसिले में 2022 में उनके खिलाफ पहले ही CBI चार्ज शीट दायर कर चुकी है.
34,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी
उन्होंने बताया कि वधावन को पहले एजेंसी ने यस बैंक भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया था और वह जमानत पर थे. उन्होंने कहा कि CBI ने 17 बैंकों के संघ से 34,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से संबंधित DHFL मामला दर्ज किया था, जिससे यह देश में सबसे बड़ा बैंकिंग लोन फ्रॉड बन गया.
इस साल फरवरी में सेबी ने 22 लाख रुपये का बकाया वसूलने के लिए पूर्व DHFL प्रमोटर धीरज और कपिल वधावन के बैंक खातों के साथ-साथ शेयरों और म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स को कुर्क करने का आदेश दिया था.
वधावन बंधुओं पर जुर्माना
बाजार नियामक का यह कदम वधावन बंधुओं की तरफ से डिस्क्लोजर मानदंडों के उल्लंघन से जुड़े एक मामले में जुर्माने का भुगतान करने में विफल रहने के बाद आया है. वधावन बंधुओं में से प्रत्येक को 10.6 लाख रुपए का जुर्माना भरना है. कपिल वधावन DHFL के अध्यक्ष और एमडी थे, जबकि धीरज वधावन कंपनी के नॉन एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर थे. ये दोनों DHFL के बोर्ड में थे.