FMCG कंपनियों को बिक्री बढ़ने की उम्मीद

हाउसहोल्ड केयर प्रोडक्ट्स, फूड और पेय पदार्थों के दाम बीते 10 साल में दोगुने से ज्यादा बढ़ चुके हैं

FMCG कंपनियों को बिक्री बढ़ने की उम्मीद

बीते एक साल में खाद्य तेल की कीमतों में 13-30 फीसद की गिरावट आ चुकी है, लेकिन रोजमर्रा में उपयोग होने वाले किराना और घरेलू उत्पादों जैसे चावल, साबुन और डिटर्जेंट का दाम अभी भी 2022 की तुलना में ज्यादा है. बिजॉम ने अपनी प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट में करीब 75 लाख किराना स्टोर्स पर किए गए ऑर्डर्स के आंकड़ों के आधार पर विश्लेषण करके यह खुलासा किया है. बीते दो साल में ज्यादातर कंज्यूमर गुड्स कंपनियों ने कच्चे माल, सप्लाई चेन और ऊर्जा जैसी मदों में बढ़ती लागत की भरपाई के लिए कीमतों में एक तिहाई से ज्यादा की बढ़ोतरी की है. महामारी के साथ ही लागत की महंगाई में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, लेकिन यूक्रेन पर रूस के युद्ध के बाद इसमें और बढ़ोतरी दर्ज की गई.

बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के मुताबिक हाउसहोल्ड केयर प्रोडक्ट्स, फूड और पेय पदार्थों के दाम बीते 10 साल में दोगुने से ज्यादा बढ़ चुके हैं, लेकिन कोविड के बाद इनकी कीमतों में ज्यादा तेजी से बढ़ोतरी हुई है. बिजॉम के मुताबिक चावल, दूध, साबुन और डिटर्जेंट के दाम में 1.5 से 6 फीसद के बीच बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि शैंपू, हेयर कलर, आटा के दाम पिछले साल की तुलना में 1-3 फीसद घटे हैं.

कांतार के मुताबिक चावल को छोड़कर अधिकांश फूड और नॉन फूड कैटेगरी में कीमतें नियंत्रण में हैं. वहीं सितंबर तिमाही में एफएमसीजी सेक्टर की वॉल्यूम की ग्रोथ सालाना आधार पर 7.2 फीसद थी. वहीं जून-सितंबर 2023 तिमाही में ग्रामीण इलाकों में एफएमसीजी की बिक्री में सालाना आधार पर 8 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जबकि शहरों में एफएमसीजी की बिक्री में 8 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. कंपनियों को उम्मीद है कि आगामी मॉनसून सीजन में ग्रामीण इलाकों में बिक्री के वॉल्यूम में बढ़ोतरी हो सकती है.

Published - December 27, 2023, 03:37 IST