हुरुन ग्लोबल 500 (Hurun Global 500) की 2021 की लिस्ट में भारत की 12 कंपनियों ने जगह बनाई है. इससे एक साल पहले भारत की 11 कंपनियां इसमें शामिल थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 188 हजार करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ भारतीय कंपनियों की लिस्ट में टॉप पर है. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड 164 हजार करोड़ रुपये दूसरे और HDFC बैंक लिमिटेड 113 हजार करोड़ रुपये के साथ तीसरे नंबर पर है. आईटीसी टॉप 500 कंपनियों की लिस्ट से बाहर हो गई है.
रिलायंस का वैल्यूएशन इस अवधि में 11% बढ़ा है इसके बावजूद यह दो पायदान गिरकर 57वें स्थान पर आ गई है. इसके अलावा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), HDFC बैंक, HDFC और भारती एयरटेल समेत कई अन्य भारतीय कंपनियों की रैंकिंग में भी पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है. वहीं विप्रो, एशियन पेंट्स और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने पहली बार इस लिस्ट में जगह बनाई है. लिस्ट में इन कंपनियों की रैंकिंग 457, 477 और 498 है.
कोटक महिंद्रा बैंक का वैल्यूएशन 8 प्रतिशत घटकर 46.6 बिलियन डॉलर हो गया, जिसके कारण यह कंपनी लिस्ट में 96 स्थानों की गिरावट के साथ 380 वें स्थान पर आ गई. वहीं ICICI बैंक का वैल्यूएशन 36 प्रतिशत बढ़कर 62 बिलियन डॉलर हो गया. इस वजह से ICICI बैंक 48 स्थानों के सुधार के साथ लिस्ट में 268 वें स्थान पर आ गया है.
रिलायंस (57), TCS (74), HDFC बैंक (124), इंफोसिस (163), ICICI बैंक (268) HDFC (301), कोटक (380), बजाज फाइनेंस (381) विप्रो (457), भारती एयरटेल (462), एशियन पेंट्स (477), एचसीएल टेक्नोलॉजी (498)
हुरुन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा, ‘लिस्ट में शामिल दो-तिहाई भारतीय कंपनियां वित्तीय सेवाओं और सॉफ्टवेयर सेवाओं से जुड़ी हैं. आने वाले वर्षों में, देश में स्टार्टअप क्रांति, भारत को हुरुन ग्लोबल 500 में और अधिक कंपनियों का योगदान करने में मदद करेगी’.
देश के लिहाज से देखें तो हुरुन ग्लोबल 500 लिस्ट में अमेरिका की 243 कंपनियों के साथ पहले नंबर पर है. इसके बाद चीन (47), जापान (30) और यूके (24) का स्थान है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए इस लिस्ट में 12 कंपनियों के साथ 9वां स्थान हासिल किया है. 12 कंपनियों में से आठ कंपनियां भारत के इकोनॉमिक कैपिटल मुंबई से हैं. स्टार्ट-अप कैपिटल बेंगलुरु 2 कंपनियों के साथ दूसरे स्थान पर है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पड़ोसी नोएडा एक-एक कंपनी के साथ तीसरे स्थान पर है. इसमें सॉफ्टवेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज की 4 कंपनियां है, जबकि टेलीकम्युनिकेशन की 2.
iPhone निर्माता Apple Inc. ने दुनिया की सबसे वैल्यूबल कंपनी के रूप में अपनी पोजीशन बरकरार रखी हैं. ऐपल का मार्केट कैपिटलाइजेशन 15% की वृद्धि के साथ 2.4 लाख करोड़ हो गया है. अगली पांच वैल्यूबल कंपनियों में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेज़न (Amazon), अल्फाबेट (Alphabet), फेसबुक (Facebook) और टेंसेंट (Tencent) हैं. एपल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और अल्फाबेट को ‘बिग 4’ कहा जाता है. इनकी कम्बाइन्ड वैल्यू 8 ट्रिलियन डॉलर है. हुरुन लिस्ट में इनका 14 प्रतिशत योगदान है.
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