मिडिल ईस्ट में पैदा हुई तनाव की स्थिति ने तेल की आपूर्ति का संकट बढ़ा दिया है. इसी बीच ईरान में विस्फोट की खबर सामने आई है, जिसके चलते शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतें 3 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई है. इतना ही नहीं इस विस्फोट से मिडिल ईस्ट में तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है.
सोशल मीडिया एक्स पर एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान में धमाके हुए हैं, हालांकि अभी इसकी अभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसका असर बाजार पर पड़ने लगा है. ब्रेंट वायदा 3.03 डॉलर या करीब 3.5% उछलकर 0147 GMT तक पहुंच गया है, जिससे इसकी कीमत 90.14 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. वहीं यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 3.03 डॉलर या 3.7% बढ़कर 85.76 डॉलर प्रति बैरल हो गया है.
निवेशकों की घटना पर पैनी नजर
आईएनजी के कमोडिटी रिसर्च प्रमुख वॉरेन पैटरसन ने कहा कि मिडिल ईस्टमें विस्फोटों की कुछ अपुष्ट खबरें हैं, लेकिन रिपोर्टों ने चिंता पैदा कर दी है. इजरायल ने पिछले सप्ताहांत के ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमले का जवाब दिया है. ऐसे में निवेशक 13 अप्रैल को इज़राइल पर ईरानी ड्रोन हमलों पर इज़राइल की प्रतिक्रिया पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं. उन्हें डर है कि इस तनाव का असर व्यापार को प्रभावित कर सकता है.
वेनेजुएला ने खोया लाइसेंस
वैश्विक कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए वेनेजुएला ने ओपेक सदस्य को वैश्विक बाजारों में तेल निर्यात करने की अनुमति देने वाला एक प्रमुख अमेरिकी लाइसेंस खो दिया है. अमेरिका ने ओपेक के एक अन्य सदस्य ईरान पर भी प्रतिबंधों की घोषणा की, जिसने पिछले सप्ताहांत इज़राइल पर देश के ड्रोन हमले के बाद उसके मानव रहित हवाई वाहन को निशाना बनाया था. हालांकि ईरान पर लगे प्रतिबंधों में उसके तेल उद्योग को बाहर रखा गया है.