छोटे पैकेट में मिलेगा ज्‍यादा सामान, कंपनियों ने बनाई नई रणनीति

5-20 रुपए वाले पैकेट में बढ़ाई जाएगी मात्रा, कंपनियां करना चाहती हैं बिक्री का विस्‍तार

छोटे पैकेट में मिलेगा ज्‍यादा सामान, कंपनियों ने बनाई नई रणनीति

एफएमसीजी एवं अन्‍य कंज्‍यूमर कंपनियां बिक्री का विस्‍तार करने के लिए छोटे पैकेट में अब ज्‍यादा मात्रा में चीज उपलब्‍ध करवाएंगी. ये आमतौर पर 5-20 रुपए वाले पैकेट पर लागू होगा. इससे उपभोक्‍ताओं में प्रोडक्‍ट को खरीदने की चाहत बढ़ेगी, साथ ही बड़े ब्रांडों को क्षेत्रीय कंपनियों को मात देने में भी आसानी होगी. इसी रणनीति के तहत अधिकांश दैनिक घरेलू, व्यक्तिगत और खाद्य उत्पादों के प्राइस टैग में अगले कुछ महीने में गिरावट देखने को मिल सकती है. कंपनियां कम कीमत पर ज्‍यादा सामान देंगी.

जानकारों के अनुसार ये मूल्य निर्धारण प्रक्रिया कंपनियों की ओर से बड़ी मात्रा में बिक्री में सुधार के लिए उठाया गया अहम कदम है. उद्योग को उम्मीद है कि कम और स्थिर मूल्य निर्धारण, आम चुनावों से पहले सरकारी खर्च में वृद्धि और उच्च कृषि आय से होने वाली रिकवरी से मार्च-अप्रैल के दौरान इंडस्‍ट्री में ग्रोथ देखने को मिल सकती है.

पारले प्रोडक्ट्स के सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह का कहना है कि छोटे पैक के लिए ग्राम में 12-15% की वृद्धि की गई है, जो अब तक केवल बड़े और मध्यम आकार के पैक के लिए थी. मात्रा में वृद्धि आनी शुरू हो गई है. पैक आकार में वृद्धि से क्षेत्रीय खिलाड़ियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा से लड़ने में मदद मिलेगी जो इनपुट लागत कम होने के बाद मार्केट में जोरदार वापसी करेंगे.

बाजार हिस्‍सेदारी हासिल करने की होड़

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 5 रुपए के पैक में एफएमसीजी वॉल्यूम का 32%, 10 रुपए में 22% और 20 रुपए के पैक में 10% शामिल होता है. रिपोर्ट के मुताबिक कम कीमत पर ज्‍यादा मात्रा देने से बड़ी कंपनियां बाजार हिस्सेदारी हासिल कर लेंगी और प्रीमियम अंत से क्रॉस सब्सिडी की ओर से बड़े पैमाने पर अधिक मूल्य की पेशकश करके प्रतिस्पर्धी बनी रहेंगी. इससे दो और तिमाहियों में स्थानीय प्रतिस्पर्धा धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी. हिंदुस्तान यूनिलीवर ने हाल ही में साबुन और लॉन्ड्री उत्पादों की कीमतों में कटौती की है. इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए, उद्योग कमोडिटी लागत में हालिया वृद्धि से जूझ रहा है लेकिन अब इसे कम किया जा रहा है.

कीमत बढ़ाने के मूड में नहीं कंपनियां

पिछले 2-3 महीनों में स्टील, एल्यूमीनियम और पॉलीप्रोपाइलीन जैसी कमोडिटी लागत में 3-4% की वृद्धि के बावजूद इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के लिए कीमतों में बढ़ोतरी को स्थगित कर रही हैं. वहीं मोबाइल फोन निर्माता 5 जी स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रहे हैं. उद्योग के अधिकारियों ने कहा, 10,000 रुपए से कम रेंज के मोबाइल की उपलब्‍धता बढ़ाने पर ध्‍यान दिया जा रहा है. इससे वॉल्यूम में वृद्धि होगी.

Published - January 12, 2024, 05:59 IST