वित्तीय संकट से गुजर रही एडटेक कंपनी बायजू अगले साल मार्च तक कंपनी परिचालन के वित्तपोषण के लिए 600-700 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाने की प्रक्रिया में है. इस बीच, कंपनी के संस्थापक और सीईओ बायजू रवींद्रन ने हाल ही में वेतन का भुगतान करने के लिए अपने परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाले घर और अचल संपत्तियों को गिरवी रखकर धन जुटाया है. सूत्रों के मुताबिक बायजू संस्थापक ने बेंगलुरु में परिवार के स्वामित्व वाले दो घर और एप्सिलॉन में अपने निर्माणाधीन विला को 1.2 करोड़ डॉलर उधार लेने के लिए गिरवी रखा है.
बायजू के 15,000 कर्मचारी हैं, और कई कर्मचारियों को नवंबर महीने का वेतन नहीं मिला है. संस्थापक कंपनी को चालू रखने और उसके वित्तीय दबावों को कम करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. एक समय ये भारत की सबसे मूल्यवान टेक स्टार्टअप रही बायजू अपने अमेरिकी कारोबार को लगभग 40 करोड़ डॉलर में बेचने की प्रक्रिया में है. य
बायजू को मार्च, 2023 तक एपिक और अन्य सहायक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी की आंशिक बिक्री से भी वित्त जुटाने की उम्मीद है. एक सूत्र ने बताया कि कंपनी के परिचालन खर्चों में प्रति माह लगभग 50 करोड़ रुपए का अंतर है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा वेतन का है. कंपनी के प्रमोटर्स ने इस अंतर को दूर करने के लिए परिवार के सदस्यों के शेयर, घर और कुछ अन्य अचल संपत्तियां गिरवी रखी हैं.
एक अन्य सूत्र ने बताया कि प्रमोटर्स मार्च तक परिचालन में मदद के लिए 600-700 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाने की प्रक्रिया में हैं. उस समय तक एपिक और कुछ अन्य सहायक कंपनियों में आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री से हालात थोड़े सहज हो जाएंगे.
एक अन्य सूत्र ने कहा कि बायजू ने 20 दिसंबर को वार्षिक आम बैठक (एजीएम) बुलाई है. उसमें प्रमोटर्स की गिरवी रखी गई संपत्तियों को कंपनी के बोर्ड के ध्यान में लाया जाएगा. इस बैठक में वित्त वर्ष 2021-22 के वित्तीय नतीजों को भी शेयरधारकों के सामने रखा जाएगा.
एक सूत्र ने कहा कि कंपनी 160 करोड़ रुपए के प्रायोजन बकाया के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पुनर्भुगतान कार्यक्रम पेश करने की प्रक्रिया में है. एपिक की बिक्री बातचीत एडवांस स्टेज पर पहुंच चुकी है. इसके अलावा मौजूदा निवेशकों से भी नए फंड डालने की उम्मीद की जा रही है.
हालांकि इस संबंध में टिप्पणी के लिए बायजू को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला. पिछले महीने मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप के चेयरमैन रंजन पई ने बायजू द्वारा डेविडसन केम्पनर से जुटाए गए 1,400 करोड़ रुपए के कर्ज का अधिग्रहण किया था. पई के स्वामित्व वाला फंड आरिन कैपिटल बायजू में 2013 में पहला संस्थागत निवेशक था.