कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के हैंडओवर की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. ऐसे में कंपनी ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से संपत्ति ट्रांसफर के लिए 10 दिन की मोहलत और मांगी है. रिलायंस का टेकओवर हिंदुजा ग्रुप (Hinduja Group) कर रहा है. प्रॉपर्टी ट्रांसफर की सीमा शुक्रवार को खत्म हो गई थी.
सूत्रों के मुताबिक रिलायंस कैपिटल के प्रशासक ने आरबीआई से अतिरिक्त वक्त मांगा है. रिलायंस कैपिटल की संपत्ति हिंदुजा ग्रुप की कंपनी एशिया एंटरप्राइजेज (Asia Enterprises) को ट्रांसफर करने की आखिरी तारीख 17 मई, 2024 थी. आरबीआई ने इसके लिए 17 नवंबर, 2023 को मंजूरी दी थी. मगर हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी न होने के चलते कंपनी ने 10 दिन और मांगा है.
NCLT ने दी थी रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी
राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) की मुंबई पीठ ने 27 फरवरी को हिंदुजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी थी. साथ ही कंपनी को 27 मई तक रेजोल्यूशन प्लान को लागू करने का निर्देश भी दिया था. एनसीएलटी ने रिलायंस कैपिटल के लिए 9,650 करोड़ रुपए के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दी थी.
2021 से हुई दिवालिया होने की शुरुआत
रिलायंस कैपिटल के दिवालिया होने की शुरुआत नवंबर 2021 में हुई थी. तब RBI ने कंपनी प्रशासन संबंधी चिंताओं और पेमेंट में चूक के कारण इसके बोर्ड को हटाने का अहम निर्णय लिया था. उस समय नागेश्वर राव वाई को कंपनी के प्रशासक के रूप में नियुक्त किया गया, जिन्हें कंपनी को रिकवरी की दिशा में ले जाने का काम सौंपा गया. फरवरी 2022 तक, रिलायंस कैपिटल को अपने नियंत्रण में लेने के लिए बोलियां मंगाई गई.