Medicine Price: सरकार ने हृदय रोगों, डायबिटीज और दूसरी स्थितियों में इस्तेमाल की जाने वाली 41 दवाओं और छह फॉर्मूलेशंस की कीमतों में कटौती की है. डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल और नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) की एक अधिसूचना के मुताबिक, डायबिटीज, शरीर दर्द, हृदय रोग, लिवर की समस्याओं, एंटासिड, इंफेक्शन्स, एलर्जी, मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक जैसी दवाओं की कीमतों में कटौती की गई है.
NPPA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दवाओं और फॉर्मूलेशन की कीमतें बदलना NPPA के लिए नियमित काम है. दवाओं पर एक सीमा तय की जाती है जिससे उनकी लागत सस्ती बनी रहे.” यह निर्णय फार्मास्यूटिकल कीमतें निर्धारित करने वाली नियामक संस्था NPPA की 143वीं बैठक के दौरान किया गया.
डायबिटीज के सबसे ज्यादा मामले
डायबिटीज में विश्व स्तर पर भारत सबसे ज्यादा मामलों वाले देशों में से एक है. यहां 10 करोड़ से ज्यादा डायबिटीज रोगी हैं. कीमतों में कटौती से दवाओं और इंसुलिन पर निर्भर कई रोगियों को फायदा होगा. पहले, मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक दवाओं की ऊंची कीमतें सामान्य उपचार में खर्च बढ़ा देती थी. पिछले महीने, फार्मास्यूटिकल्स विभाग ने 923 अनुसूचित दवा फॉर्मूलेशन की अधिकतम सीमा तय की थी. 65 फॉर्मूलेशन के लिए संशोधित खुदरा कीमतें जारी कीं थी.
69 दवाएं हुई थी सस्ती
अधिकतम और रिटेल कीमतों में यह संशोधन होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) में बदलाव के आधार पर दवाओं की कीमतों में 0.00551% की वृद्धि की NPPA की घोषणा के बाद हुआ है. इस साल की शुरुआत में NPPA ने डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर में इस्तेमाल होने वाली 69 दवाओं की कीमतें कम कर दी थीं.