म्यूचुअल फंड्स में निवेशः कोविड से डरकर निकलने का नहीं, निवेश में बने रहने का है वक्त

पिछले साल कोविड आने के बाद म्युचुअल फंड्स और शेयर मार्केट निवेशकों को नुकसान हुआ. हालांकि, आप बैलेंस्ड फंड्स और SIP के जरिए MF में बने रह सकते हैं.

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Pic Courtesy: Pixabay, बड़े निवेश और रिडेम्पशन हमेशा ही उन निवेशकों को प्रभावित करते हैं जो लंबे समय तक निवेश में टिके रहते हैं

Pic Courtesy: Pixabay, बड़े निवेश और रिडेम्पशन हमेशा ही उन निवेशकों को प्रभावित करते हैं जो लंबे समय तक निवेश में टिके रहते हैं

कोरोना संकट ने लोगों के बचत और निवेश को भी गड़बड़ा दिया है. पिछले साल यानी 2020 में जब कोरोना महामारी फैलना शुरू हुई और मार्केट में बिकवाली का दौर चला तो इक्विटी मार्केट हो या म्यूचुअल फंड, दोनों में ही निवेशकों को अच्छा-खासा नुकसान उठाना पड़ाजिससे कुछ लोगों ने अपने निवेश को बेच दिया या रोक दियाइनमें म्यूचुअल फंड SIP भी शामिल हैं.

पिछले साल लगा तगड़ा झटका

एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के मुताबिक, बीते साल अप्रैल से लेकर अगस्त तक कुल 40.5 लाख लोग ऐसे थेजिन्होंने अपनी SIP बंद कर दींपिछले साल की स्थिति दोबारा मार्केट पे दिखनी शुरू हो गई हैगत वर्ष की तुलना में अभी कोरोना की स्थिति ज्यादा भयंकर है. ऐसे में जिन्होंने म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया है उनके चहेरे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं.

निवेशकों के मन में उठ रहे सवाल

कोरोना की भयावह स्थिति पूरे देश में दिख रही हैहालांकि पिछले साल की तुलना में मार्केट ने उतना रिएक्ट नहीं किया है लेकिन, लोग अपने इन्वेस्टमेन्ट को लेकर पैनिक में हैंइस माहौल को देखते हुए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के निवेशकों के मन में कई सवाल हैं. मसलन, क्या मुझे अपने म्यूचुअल फंड्स की SIP को बंद कर देना चाहिएक्‍या अभी मुझे एकमुश्‍त निवेश नहीं करना चाहिएक्‍या मुझे एसआईपी की रकम बढ़ा देनी चाहिएक्‍या मुझे डेट म्‍यूचुअल फंडों में स्विच करना चाहिएइन सभी सवालों के जवाबों में एक कॉमन बात यहीं सामने आई है कि अपने निवेश को बनाए रखें और नए निवेश से दूर रहना चाहिए.

बैलेंस्ड फंड अच्छा विकल्प

जानकारों का कहना है कि मार्केट की अभी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बैलेंस्ड फंड एक अच्छा ऑप्शन है. 2020 में जब लार्ज कैप में 25 फीसदी से अधिक का नेगेटिव रिटर्न था, तब भी बैलेंस्ड फंड्स में फीसदी पॉजिटिव रिटर्न मिला थाउनका कहना है कि अगर आप बिलकुल रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो लिक्विड फंड में स्विच ओवर करेंयहां आपको बैंक डिपॉजिट की तरह या फीसदी के आसपास रिटर्न मिलता है.

SIP के जरिए निवेश पर फोकस करें

मार्केट एक्सपर्ट बताते हैं कि इक्विटी यानी शेयर बाजार और उससे जुड़ी म्यूचुअल फंड्स स्कीम में लॉन्‍गटर्म इनवेस्‍टमेंट करना ही फायदेमंद होता हैSIP के जरिए डायवर्सिफाइड इक्विटी फंडों में निवेश आपकी लंबी अवधि के लक्ष्‍यों के लिए है.

शॉर्ट-टर्म में मार्केट की उठापटक से बिलकुल न घबराएंअगर आप एकमुश्‍त या SIP की रकम बढ़ाकर ज्‍यादा निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो ऐसा तभी करें अगर आपके वित्‍तीय लक्ष्‍य काफी दूर होंकेवल इसलिए निवेश नहीं करें कि बाजार अभी नीचे हैकोई भी निवेश घबराहट में नहीं करेंफिर चाहे वह शेयरों की बिक्री से जुड़ा हो या इनकी खरीदारी से.

हालांकि, निवेशकों को किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या फाइनेंशियल प्लानर से सलाह-मशविरा जरूर करना चाहिए. साथ ही अपनी खास परिस्थितियों को भी निवेश करते वक्त ध्यान में रखना चाहिए.

Published - April 20, 2021, 06:52 IST