निवेश में देरी का नहीं चलेगा बहाना, 50 रुपये से कम में भी शुरू कर सकते हैं ETF इन्वेस्टमेंट

ETF कम खर्च पर निवेश करने का एक जरिया है. ETF के जरिए शेयरों के अलावा अन्य एसेट क्लास - जैसे डेट, कमोडिटी और गोल्ड में भी निवेश कर सकते हैं.

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Picture: Pixabay

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इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करने से अगर आप इसलिए कतराते आए हैं कि निवेश के लिए सैलरी से बड़ा हिस्सा अलग करना होगा तो ये बहाना नहीं चलेगा. शेयर बाजार में निवेश करना हो या गोल्ड में या फिर डेट कैटेगरी के सुरक्षित निवेश विकल्पों में, छोटी रकम में भी सब मुमकिन है. 100 रुपये की SIP तो आपने सुनी ही होगी लेकिन अगर इससे भी कम में निवेश करना चाहते हैं और पैसों को लॉक-इन नहीं करना चाहते तो ETF अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं. ईटीएफ यानि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स – ये काम करते हैं म्यूचुअल फंड्स की ही तरह लेकिन शेयर बाजार के एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं. मतलब ये कि इन फंड्स को शेयरों की ही तरह एक्सचेंज से खरीद-बेच सकते हैं.

कैसे काम करते हैं ETF?

ईटीएफ ढेर सारे शेयरों में कम खर्च पर निवेश करने का एक जरिया है. ईटीएफ के जरिए शेयरों के अलावा अन्य एसेट क्लास – जैसे डेट, कमोडिटी और गोल्ड में भी निवेश कर सकते हैं. ईटीएफ किसी एक इंडेक्स (सेंसेक्स, निफ्टी जैसे इंडेक्स) को आधार मानकर उसमें शामिल शेयरों में निवेश करते हैं. इन फंड्स को शेयरों की ही तरह खरीद और बेच सकते हैं. शेयर बाजार के कारोबार के दौरान इनमें ये ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. इन्हें खरीदने या बेचने का भाव भी दिन में कारोबार के दौरान बदलता रहता है.

AMFI के मुताबिक निवेशकों ने हाल में ETF की ओर रुझान किया है. पिछले 5 साल में इनमें तेजी से ग्रोथ हुआ है. फरवरी 2016 में  ईटीएफ के जरिए 17,600 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज हो रहा था जबकि फरवरी 2021 में ये आंकड़ा बढ़कर 2.87 लाख करोड़ का AUM हो चुका है. एक्टिव मैनेजमेंट ना होने की वजह से अक्सर ईटीएफ ज्यादा किफायती होते हैं.

ETF और इंडेक्स फंड में क्या है फर्क?

अब आपको ये उलझन हो सकती है कि इंडेक्स फंड जिन्हें पैसिव फंड भी कहा जाता है, उनमें और ईटीएफ में क्या फर्क है? इंडेक्स फंड को दिन में सिर्फ एक ही NAV पर खरीदा जा सकता है. लेकिन ईटीएफ को शेयर बाजार के कारोबार के समय के दौरान उतार-चढ़ाव के मुताबिक अलग-अलग भाव पर खरीद या बेच सकते हैं. हालांकि, ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको डीमैट खाते की जरूरत होगी, ठीक उसी तरह जिस तरह किसी शेयर में निवेश करने के लिए चाहिए होता है. वहीं इंडेक्स फंड में आप सीधे फंड हाउस (AMC) की वेबसाइट या किसी इंटरमीडियरी के जरिए निवेश कर सकते हैं.

क्या ETF के जरिए सेक्टोरल निवेश संभव?

भारत में फिलहाल ईटीएफ के जरिए डेट, इक्विटी और गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इक्विटी में ही अलग-अलग सेक्टर में निवेश के लिए अलग-अलग ईटीएफ मौजूद हैं. IT, सरकारी बैंकों, गिल्ट, सरकारी सिक्योरिटीज, कंजंप्शन से लेकर नए उभरती कैटेगरी ESG (एन्वायर्नमेंट, सोशल, गवर्नेंस) तक में निवेश का विकल्प ईटीएफ में है. अपने लिए सही ईटीएफ चुनने से पहले ये समझना जरूरी है कि आप किस सेक्टर या किस इंडेक्स के आधार पर निवेश करना चाहते हैं. उसी हिसाब से आप ईटीएफ चुनेंगे.

50 रुपये से कम निवेश से शुरुआत करनी है तो इनपर नजर डाल सकते हैं. (दोपहर 3 बजे – 31 मार्च, 2021 का भाव)

50 रुपये से कम में ट्रेड हो रहे ETF
LIC MF G-Sec Long Term ETF 21.46
Nippon India ETF Long Term Gilt 22
CPSE Exchange Traded Fund 22.76
Nippon India ETF PSU Bank BeES 23.69
Motilal Oswal Midcap 100 ETF 25.1
Nippon India ETF Nifty IT 25.35
UTI Bank Exchange Traded Fund 33.15
ICICI Prudential Nifty Next 50 ETF 34.89
BHARAT 22 ETF 36.05
Nippon India ETF Dividend Opportunities 37.35
Nippon India ETF Gold BeES 38.21
Axis Gold ETF Fund 38.36
UTI S&P BSE Sensex Next 50 ETF 39
HDFC Gold Exchange Traded Fund 39.55
ICICI Prudential Gold Exchange Traded Fund 39.5
UTI Gold Exchange Traded Fund 39.8
Motilal Oswal 5 Year G-Sec ETF 47.17
Published - March 31, 2021, 03:18 IST