बेकार पड़ा पैसा यूं चमकेगा
असल में ये फंड मनी मार्केट सिक्योरिटीज में पैसा लगाते हैं. यानी मनी मार्केट फंड डेट कैटेगरी में आते हैं.
हिमांशु दिल्ली रहते हैं और एक बिजनेसमैन हैं.उनके पास हर दिन भारी नकदी आती है. रोजाना कामकाज की जरूरत के बाद भी उनके पास अच्छी-खासी नकदी बची रहती है.हिमांशु इस पैसे को करेंट और सेविंग्स खातों में डाल देते हैं. अक्सर ये पैसा दो-तीन महीने तक ऐसे ही पड़ा रहता है. कारोबारी होने के बावजूद हिमांशु इस पैसे से कमाई नहीं कर पाते हैं. माने ये पैसा दो-तीन महीने तक बेकार ही पड़ा रहता है. यही चीज हिमांशु को बड़ी खलती है. तो क्या करें हिमांशु?
क्या कोई ऐसा ठिकाना है जहां शॉर्ट-टर्म के लिए वे पैसा लगाएं और कुछ मुनाफा कमा सकें. साथ ही जरूरत के वक्त यही पैसा कारोबार में इस्तेमाल भी हो जाए. हिमांशु और ऐसे ही तमाम दूसरे लोगों के लिए एक ऑप्शन है.
ये है मनी मार्केट म्यूचुअल फंड
अब हिमांशु के मन में सवाल आ रहा है कि आखिर ये फंड क्या होते हैं? असल में ये फंड मनी मार्केट सिक्योरिटीज में पैसा लगाते हैं. यानी मनी मार्केट फंड डेट कैटेगरी में आते हैं. ये प्लान ऐसे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं जिनकी मैच्योरिटी अधिकतम 1 साल होती है. साथ ही ये ऊंची रेटिंग वाले भी होते हैं. तो इनमें कौन से इंस्ट्रूमेंट्स आते हैं? ये फंड ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, कॉमर्शियल पेपर, रीपरचेज एग्रीमेंट में पैसा लगाते हैं.
हिमांशु सोच रहे हैं कि इतनी बात तो समझ आ गई. लेकिन बाकी डिटेल्स क्या हैं? तो भाई आप इन फंड में कम से कम एक हफ्ते के लिए भी पैसा लगा सकते हैं. लेकिन, जोखिम कितना है? इन फंड में पूंजी पूरी तरह से बचे रहने की गारंटी तो नहीं होती, लेकिन ये ज्यादातर रिस्क फ्री इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं.
इनमें एग्जिट लोड जीरो है, यानी हिमांशु की परेशानी तकरीबन खत्म हो गई. अब लगे हाथ आपको एक्सपर्ट की राय भी बता देते हैं. GCL सिक्योरिटीज लिमिटेड के वाइस चेयरमैन रवि सिंघल कहते हैं कि शॉर्ट-टर्म के निवेश के लिए ये फंड बढ़िया हैं. अगर 2-3 महीने के लिए पैसा फालतू पड़ा है तो बैंक में रखने की जगह आप इसे मनी मार्केट फंड में लगा सकते हैं.