क्या बैंक FD के गिरते ब्याज का जवाब हो सकते हैं डेट म्यूचुअल फंड ?

डेट फंड बैंक FD से 2 से 10% ज्यादा सालाना रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं. लंबी अवधि के डेट फंड नें 5 साल में 25% या ज्यादा का रिटर्न दिया है.

Debt Mutual Fund, FD Rates, Laxmi Iyer, Mutual Fund, Debt Funds

डेट फंड एक तरह के म्यूचुअल फंड है जो सरकारी सिक्योरिटीज और कंपनियों को आपके पैसे को उधार देकर रिटर्न देते हैं . उधार देने की अवधि और किस सेक्टर के लिए उधार लिया जा रहा है उस पर डेट फंड का रिटर्न और रिस्क निर्भर करता है. डेट फंड ट्रेजरी बिल, कॉरपोरेट बॉन्ड, कमर्शियल पेपर, और सरकारी सिक्योरिटीज जैसे Fixed Income  इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं.

कोटक AMC की CIO – Debt & Head Product लक्ष्मी अय्यर बताती हैं कि इनमें आपको ब्याज तो Fixed मिलता है, लेकिन शेयर बाजार में जब ये फंड ट्रेड होते हैं तो बाजार के हिसाब से रिटर्न मिलता है.

क्या बैंक FD से बेहतर रिटर्न मिलता है डेट फंड में?

डेट फंड बैंक FD से 2 से 10 परसेंट ज्यादा सालाना रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं. लंबी अवधि के डेट फंड नें 5 साल में 25% या इससे ज्यादा का भी रिटर्न दिया है. लक्ष्मी अय्यर के मुताबिक बैंक FD आपको एश्योर्ड रिटर्न देते हैं, वो आपको पहले से बता देंगे कि आगे के साल में कितना ब्याज मिलेगा. लेकिन, डेट फंड Fixed ब्याज के साथ आपको मार्केट लिंक्ड रिटर्न भी देते हैं. इसमें घबराने कि बात नहीं हैं ये उन निवेशकों के लिए है जो बैंक FD के लॉक-इन में बंधना नहीं चाहते या फिर सेविंग बैंक अकाउंट में रखे पैसे पर छोटे से लेकर मध्यम समय में ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं.

कैसे चुनें डेट फंड?

डेट म्यूचुअल फंड में 10 दिन के ओवरनाइट फंड्स से लेकर एक हफ्ते के लिक्विड फंड में निवेश किया जा सकता है. और 1 -3 साल के शॉर्ट-ड्यूरेशन फंड्स भी हैं.

लक्ष्मी अय्यर की सलाह है कि दो बातों का ख्याल रखें जो आपको सही डेट फंड के चयन में मदद करेंगी – निवेश के लिए आपका नजरिया लंबी अवधि का है या छोटे समय का, दूसरा अपने निवेश का लक्ष्य तय करें और ऐसे फंड के लिए जाएं जो अच्छी कंपनियों को उधार दे. कंपनी की क्रेडिट रेटिंग जितनी ऊंची होगी उतना अच्छा.

अप्रैल में 1 लाख करोड़ का निवेश डेट फंड में आया, क्या ये सही समय है डेट फंड में निवेश करने का ?

लक्ष्मी अय्यर के मुताबिक, अभी ब्याज दरें जिसे स्तर पर नजर आ रहीं हैं वो स्टेबल दिख रहे हैं. महंगाई को लेकर चिंता ज्यादा नहीं है. सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सिस्टम में लिक्विडिटी डाला है और ऐसे है में शॉर्ट टू मीडियम अवधि यानि दो से 3 साले वाले डेट फंड में निवेश करने का सही वक्त हो सकता है. लेकिन, निवेशक इस पर फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेकर और अपने रिस्क कैपेसिटी के आधार पर फैसला लें.

कोटक AMC की CIO – Debt & Head Product लक्ष्मी अय्यर से पूरी बातचीत इस वीडियो में-

Published - May 13, 2021, 05:29 IST