SBI ने नई स्कीम का ऐलान किया है. SBI म्यूचुअल फंड ने SBI Retirement benefit fund लॉन्च किया है. रिटायरमेंट सेविंग करने की चाहत रखने वाले प्रोफेशनल और नॉन-सैलरीड लोग SBI म्यूचुअल फंड की नई स्कीम में निवेश मोटा मुनाफा हासिल कर सकते हैं. इस नए फंड ऑफर में 3 फरवरी तक निवेश किया जा सकता है. SBI Retirement benefit fund, एक सॉल्यूशन ओरिएंटेड फंड है, जो रिस्क प्रोफाइल में 4 योजनाएं आफर कर रही है. इस स्कीम में SIP के जरिए निवेश करने वालो को 50 लाख रुपए तक का टर्म इंश्योरेंस कवर भी मिल रहा है. SBI के इस नए फंड ऑफर में और भी कई तरह फायदे हैं. जैसे डिविडेंड ऑप्शन में SWP की सुविधा और तिमाही आधार पर विड्रॉल की सुविधा है.
SBI की रिटायरमेंट बेनिफिट फंड स्कीम
अगर आसान शब्दों में कहें तो ये एक एनएफओ यानी न्यू फंड ऑफर है. इस स्कीम का नाम एसबीआई रिटायरमेंट बेनिफिट फंड सॉल्यूशन ओरिएंटेड स्कीम है. इसमें 3 फरवरी तक पैसा लगाया जा सकता है. निवेशक कम से कम 5,000 रुपए के साथ शुरुआत कर सकता है. NFO किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी की नई स्कीम होती है. इसके जरिए कोई म्यूचुअल फंड कंपनी शेयरों, सरकारी बॉन्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने के लिए निवेशकों से पैसे जुटाती है.
SBI स्कीम में पैसा लगाने से क्या फायदा
SBI म्यूचुअल फंड के मुताबिक, इस स्कीम के मैनेजमेंट गौरव मेहता (इक्विटी यानी शेयर बाजार), दिनेश आहूजा (फिक्स्ड इनकम) और मोहित जैन (फॉरेन सिक्योरिटीज यानी विदेशी शेयर बाजार और बॉन्ड्स) मिलकर करेंगे.
यह फंड चार इंवेस्टमेंट प्लान ऑफर करता है. इनमें एग्रेसिव (इक्विटी ओरिएंटेड यानी शेयर बाजार पर आधारित), एग्रेसिव हाइब्रिड (इक्विटी ओरिएंटेड यानी शेयर बाजार पर आधारित), कंजर्वेशन हाइब्रिड (डेट ओरिएंटेड यानी बॉन्ड्स पर आधारित) और कंजर्वेटिव (डेट ओरिएंटेड यानी बॉन्ड्स पर आधारित) शामिल हैं.
शेयर बाजार और बॉन्ड मार्केट के अलावा हर एक प्लान में गोल्ड ETF में 20 फीसदी तक, REIT/InVIT में 10 फीसदी तक निवेश करने की तैयारी है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि म्युचूअल फंड्स में पैसा लगाने वालों को यहां FD से ज्यादा रिटर्न मिलेगा. अगर आसान शब्दों में कहें तो म्युचूअल फंड्स में सालाना 10 फीसदी तक का मुनाफा आसानी से हो जाता है. जबकि, FD पर अभी सिर्फ 5 फीसदी सालाना रिटर्न मिल रहा है.
किसको मिलेगा 50 लाख रुपये का इंश्योरेंस
SBI म्युचूअल फंड अपने ग्राहकों को 50 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस भी दे रहा है. कोई भी 3 साल और उससे अधिक की अवधि के लिए SBI Retirement benefit fund के तहत रजिस्टर्ड निवेशक टर्म इंश्योरेंस कवर का ऑप्शन चुन सकता है. इससे किसी दुर्घटना होने की स्थिति में नॉमिनी को 50 लाख रुपए तक का लाभ मिलेगा. एसआईपी इंश्योरेंस की खासियत यह है कि पहले तीन साल में बीमा कवर बढ़ेगा. आपको बता दें कि जो लोग तीन साल से ज्यादा अवधि के लिए सिप के जरिये रजिस्टर कराएंगे, उन्हें मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस कवर भी उपलब्ध कराया जाएगा.
पैसा लगाने पर क्या ज्यादा चार्जेस देने होंगे
NFO के एग्रेसिव प्लान का एक्सपेंस रेशियो रेगुलर ऑप्शन में 2 फीसदी है. कंजर्वेटिव प्लान के मामले में यह 1-1.25 फीसदी है. अगर आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड हाउस (एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी AMC) के कई खर्च एक्सपेंस रेश्यो में शामिल किए जाते हैं. इसी आधार पर ये रेश्यो तय होता है.
ये एसडब्ल्यूपी (SWP) क्या होता है
अब एक और बड़ा सवाल यहां उठता है कि ये एसडब्ल्यूपी (SWP) क्या होता है सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान एक तरह की सुविधा है. इसके जरिये निवेशक एक तय राशि म्यूचुअल फंड स्कीम से वापस पाते हैं.
कितने समय में कितना पैसा निकालना है, यह विकल्प खुद निवेशक ही चुनते हैं. वे मासिक या तिमाही आधार पर यह काम कर सकते हैं. वैसे मंथली ऑप्शन ज्यादा लोकप्रिय है. निवेशक चाहें तो केवल एक निश्चित रकम निकालें या फिर चाहें तो वे निवेश पर कैपिटल गेंस को निकाल सकते हैं.
बीच में भी निकाल सकते हैं पैसा
रिटायरमेंट बेनिफिट फंड सॉल्यूशन ओरिएंटेड फंड स्कीम में भी ये सुविधा मिल रही है. निवेशक स्कीम में डिविडेंड विकल्प पर SWP सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं और अपने निवेश को तिमाही आधार पर सिस्टमैटिक तरीके से निकाल सकते हैं. हालांकि यह लॉक-इन अवधि के अधीन होगा. यह सुविधा निवेशक को रिटायरमेंट के बाद अपने खर्चों को पूरा करने में मदद कर सकती है.
निवेशकों को मिलते हैं कई ऑप्शन
SBI म्युचूअल फंड्स निवेशक ‘माई च्वाइस’ फैसिलिटी के तहत अपनी मर्जी से ऑप्शन चुन सकते हैं. उन्हें उन्हें किस प्लान में निवेश करना है. SBI रिटायरमेंट बेनिफिट फंड कई तरह के फीचर ऑफर कर रहा है. इसमें उम्र के अनुसार रिटायरमेंट कॉरपस को उपयुक्त इंवेस्टमेंट प्लान को ट्रांसफर करने की भी सहूलियत दी गई ह.
मौजूदा इंवेस्टमेंट प्लान से जुड़ी अधिकतम उम्र पार हो जाने के बाद रिस्क प्रोफाइल देखते हुए ऑटोमैटिक स्विच का भी फीचर है. अगर आसान भाषा में कहें तो 40 साल तक के लोगों को एग्रेसिव इंवेस्टमेंट प्लान मिलेगा.
40-50 साल की उम्र के लोगों को एग्रेसिव हाइब्रिड इंवेस्टमेंट प्लान दिया जाएगा. 50-60 साल के लोगों को कंजर्वेटिव हाइब्रिड और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कंजर्वेटिव प्लान मिलेगा. ये प्लान मोटे रिटर्न दिलाने में मदद करेंगे.