पैसिव फंडों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है. म्यूचुअल फंड कंपनियां भी पैसिव निवेश के क्षेत्र में नए-नए फंड लॉन्च कर रही हैं. अब निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट इंडेक्स फंड लॉन्च करने की घोषणा की है. यह नया फंड ऑफर (NFO) 21 अगस्त को खुलेगा और 4 सितंबर, 2024 को बंद होगा. यह निफ्टी 500 यूनिवर्स को कवर करने वाला पहला इक्वल वेट इंडेक्स है.
इक्वल वेट इंडेक्स स्टॉक मार्केट इंडेक्स में एक खास अप्रोच दिखाते हैं, जहां इंडेक्स में प्रत्येक घटक को कंपनी के बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) की परवाह किए बिना इक्वल वेट दिया जाता है. वैश्विक स्तर पर, इक्वल वेट फंडों में निवेश के प्रति काफी रुचि रही है. इन्वेस्को S&P 500 इक्वल वेट ETF की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति 58,400 मिलियन डॉलर है जबकि iShares MSCI USA इक्वल वेट ETF की 803 मिलियन डॉलर है. गोल्डमैन सैक्स इक्वल वेट US लार्ज कैप इक्विटी ETF का AUM 735 मिलियन डॉलर है.
निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट इंडेक्स फंड, निफ्टी 500 इक्वल वेट इंडेक्स TRI को दर्शाता है. निफ्टी 500 सूचकांक के सभी घटक हमेशा निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक का हिस्सा होंगे, और सूचकांक में प्रत्येक घटक (Constituent) को इक्वल वेट दिया जाएगा. यह निवेशकों को ऑटोमैटिक प्रॉफिट बुकिंग की सुविधा उपलब्ध कराता है, जहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स का मुनाफा तिमाही आधार पर बुक किया जाता है और क्वार्टर्ली रीबैलेंसिंग के माध्यम से पोर्टफोलियो के घटकों में पुनः वितरित किया जाता है.
इस फंड में निवेश करने से समान अवसर का लाभ मिलता है क्योंकि सूचकांक में सभी घटकों का इक्वल वेट होता है, जो प्रत्येक घटक को सूचकांक में अपना प्रदर्शन दिखाने या करने का मौका देता है. निवेशकों को डायवर्सिफिकेशन के लाभ भी मिलते हैं क्योंकि घटकों के इक्वल वेट के कारण इंडेक्स में ज्यादा डायवर्सिफिकेशन होता है और कंसिन्ट्रेशन रिस्क कम होता है. निवेशकों को व्यापक एक्सपोजर भी मिलता है क्योंकि निफ्टी 500 में 3 प्रमुख सब सेट्स होते हैं: निफ्टी 100 (लार्ज कैप), निफ्टी मिडकैप 150 (मिड कैप) और निफ्टी स्मॉल कैप 250 (स्मॉल कैप), जिससे बाजार के विभिन्न क्षेत्रों और कई सेक्टर्स में एक्सपोजर मिलता है. इस इंडेक्स में तीन कैप्स का अनुपात 20:30:50 है.
झावेरी सिक्योरिटीज के जीत झावेरी बताते हैं कि इन प्रकार के फंड्स द्वारा अर्जित रिटर्न उनकी बढ़ती लोकप्रियता को काफी हद तक प्रभावित कर रहा है. इक्वल वेट वाला सूचकांक लगभग हमेशा बड़े सूचकांक (broad based index) से बेहतर प्रदर्शन करता है.
निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक ने पिछले एक वर्ष में 56.6% का CAGR दिया है, जबकि निफ्टी 500 सूचकांक का रिटर्न 39.2% रहा है. पिछले तीन वर्षों में, संबंधित, सूचकांकों का CAGR क्रमशः 25.9% और 21% रहा है, जो दर्शाता है कि इक्वल वेट सूचकांक ने निफ्टी 500 सूचकांक से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है.