आपने म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के बारे में सुना तो जरूर होगा, शायद निवेश करने की सोच भी रहें होंगे लेकिन शुरूआत नहीं कर पा रहें हैं. तो हम करेंगे आपकी मदद. सबसे पहला सवाल आपके जहन में उठ सकता है कि क्यों करें म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश? अगर इक्विटी के ज़ोरदार रिटर्न आपको अपनी तरफ खींचते हैं लेकिन बाजार के रोज के उतार– चढ़ाव को ट्रैक करना आपको सिरदर्द लगता है तो MF वो रास्ता है जो आपको पसंद आएगा. कई तरह कई कैटेगरी में निवेश कर सकते हैं – इक्विटी, डेट और गोल्ड. अब इनमें से कहां निवेश करना चाहिए ये इस बात पर निर्भर करेगा कि आप अपने पैसे से रिटर्न लॉन्ग टर्म में चाहते हैं या शॉर्ट टर्म में.
एसआरई वेल्थ (SRE Wealth) के को–फाउंडर और CEO कीर्तन शाह बताते हैं कि म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) का बड़ा फायदा ये है कि रिटर्न इंफ्लेशन को मात दे सकता है, इंफ्लेशन यानि महंगाई. आप लंबे समय तक निवेश करते हैं और लगातार करते हैं, वो भी इक्विटी जैसे एसेट में तो मार्केट की चाल के अनुसार आप यूनिट्स जमा होते हैं. बाजार की गिरावट में ज्यादा यूनिट मिलते हैं और बाजार की बढ़त में इन यूनिट्स पर अच्छा कॉस्ट मिलता है. वहीं अगर आप इस रिटर्न को एक साधारण फिक्स्ड डिपॉजिट से तुलना करेंगे तो पाएंगें कि वहां ब्याज एक समान मिलता रहता है.
कैसे चुनें, कहां इन्वेस्ट करना है?
इसके लिए जरूरी है कि आप ये तय करें कि आप कितने समय तक इन्वेस्ट कर सकते हैं और कितना रिस्क ले सकते हैं? यानि अगर लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं तो रिस्क ज्यादा ले सकते हैं और शॉर्ट टर्म का नजरिया है तो रिस्क ज्यादा नहीं ले सकते. रिस्क से बचने के लिए जरूरी है कि एसेट का चुनाव सहीं करें. मनी मास्टरक्लास (Money Masterclass) में SRE Wealth के को–फाउंडर और CEO कीर्तन शाह बता रहें क्या–क्या ध्यान रखें म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) चुनते वक्त.