मुनाफा की स्कीम- 13 साल में 10 हज़ार बने 14 लाख रुपए, मिला FD से 5 गुना ज्यादा फायदा

Mutual Funds- आप किसी म्यूचुअल फंड की वेबसाइट से सीधे निवेश कर सकते हैं. अगर आप चाहें तो किसी म्यूचुअल फंड एडवाइजर की सेवा भी ले सकते हैं.

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बीते एक साल से Fixed Deposit पर रिटर्न से आम लोग खुश नहीं है. एक साल के Fixed Deposit पर सिर्फ 5-6 फीसदी का रिटर्न मिला है. इसीलिए एक्सपर्ट्स इस समय म्युचूअल फंड्स में पैसा लगाने की सलाह दे रहे है. SRE Wealth के को–फाउंडर और CEO कीर्तन शाह ने Money9 को बताया म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) का बड़ा फायदा ये है कि रिटर्न इंफ्लेशन यानी महंगाई को मात दे सकता है.

10 हजार रुपए हो गए 14 लाख रुपए
म्यूचुअल की Principal Emerging Bluechip Fund स्कीम ने शानदार रिटर्न्स दिए हैं. अगर किसी ने 6 महीने पहले यानी 21 अगस्त 2020 को 10 हजार रुपए लगाए होते तो अब रकम बढ़कर 13083.80 रुपए हो जाती यानी इस दौरान 31 फीसदी का रिटर्न मिला है. इसी तरह 2 साल में रकम बढ़कर 14796.40 रुपए और 5 साल में ये रिटर्न 140.67% यानी 10 हजार रुपये का इन्वेस्टमेंट बढ़कर 24066.70 रुपए हो जाता. फंड की शुरुआत 12 नवंबर 2008 को हुई थी. तब से अब तक ये 1320 फीसदी का रिटर्न दे चुका है यानी 10 हजार रुपए की रकम 13 साल में बढ़कर 14 लाख रुपए हो गई.

Principal Emerging Bluechip Fund फंड में पैसा लगाना चाहिए
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस फंड्स का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. इसके पोर्टफोलियो में HDFC बैंक, ICICI बैंक, इन्फोसिस, रिलायंस जैसे टॉप परफॉर्मिंग कंपनियों के शेयर्स है.

क्यों इस समय एफडी से म्युचूअल फंड्स बेहतर है?
कीर्तन शाह ने Money9 को दिए इंटरव्यू में कहा अगर कोई म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में पैसा लगाता है तो वो आसानी से अपने सभी फाइनेंशियल जरूरत को पूरा कर सकता है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि बाजार की गिरावट में ज्यादा यूनिट मिलते हैं और बाजार की बढ़त में इन यूनिट्स पर अच्छा कॉस्ट मिलती है. वहीं, अगर आप इस रिटर्न को एक साधारण Fixed Deposit से तुलना करेंगे तो पाएंगें कि वहां ब्याज एक समान मिलता रहता है.

20 साल में ऐसे बनाया जा सकता है 20 लाख रुपए का फंड
आनंद राठी वेल्थ मैनेजर्स (Anand Rathi Wealth Managers) के डिप्टी CEO फिरोज अजीज कहते हैं कि कोरोना काल में भी SIP बंद नहीं हुए और अब इनके बढ़ते रजिस्ट्रेशन बता रहें हैं कि भारतीय इन्वेस्टर इसकी अहमियत समझ रहें हैं. म्यूचुअल फंड रिटर्न देने में दूसरे एसेट के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन दिखाते हैं. साथ ही सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर हैं इसलिए SIP निवेश पॉपुलर हो रहा है.

डीमैट अकाउंट्स बढ़े
कोरोना काल में बाजार गिरता दिखा लेकिन डीमैट अकाउंट (Demat accounts) होल्डर्स बढ़े. और अब MF में SIP अकाउंट की बढ़ोतरी बता रही हैं कि इन्वेस्टर बाजार की बढ़त का फायदा उठाना सीख रहें हैं. SIP की सबसे बड़ी खास बात है कि केवल हर महीने 500 रुपए से ही इसकी शुरुआत हो सकती है. फिरोज अजीज के मुताबिक, अगर कोई लगातार 20 साल तक केवल 1000 रुपए हर महीने SIP के जरिए इन्वेस्ट करे तो 20 साल में 20 लाख रुपए तक का कॉर्पस जमा कर सकते हैं. वहीं, रिकरिंग डिपॉजिट में इस तरह का निवेश केवल 5-5.50 लाख रुपए तक का ही जमा हो पाएगा.

म्यूचुअल फंड में ऐसे लगाएं पैसा
आप किसी म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) की वेबसाइट से सीधे निवेश कर सकते हैं. अगर आप चाहें तो किसी म्यूचुअल फंड एडवाइजर की सेवा भी ले सकते हैं. अगर आप सीधे निवेश करते हैं तो आप म्यूचुअल फंड स्कीम के डायरेक्ट प्लान में निवेश कर सकते हैं. अगर आप किसी एडवाइजर की मदद से निवेश कर रहे हैं तो आप किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के रेगुलर प्लान में निवेश करते हैं. अगर आप सीधे निवेश करना चाहते हैं तो आपको उस म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर जाना पड़ेगा.

आप उसके दफ्तर में भी अपने दस्तावेज के साथ जा सकते हैं. म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. इस तरीके से म्यूचुअल फंड में निवेश करने में एक दिक्कत यह है कि आपको खुद रिसर्च करना पड़ता है. Mutual Funds स्कीम में होने वाले सभी खर्च को एक्सपेंस रेश्यो कहते हैं. एक्सपेंस रेश्यो से आपको यह पता लगता है कि किसी म्यूचुअल फंड के प्रबंधन में प्रति यूनिट क्या खर्च आता है. आम तौर पर एक्सपेंस रेश्यो किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के साप्ताहिक नेट एसेट के औसत का 1.5-2.5 फीसदी होता है.

Published - February 26, 2021, 01:30 IST