अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश करने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. खासकर जब बाजार अस्थिर होते हैं तो इक्विटी निवेशक गलतियां करते हैं जो उनके पोर्टफोलियो जोखिम को और बढ़ा देते हैं. म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश करते समय आप किन गलतियों से बच सकते हैं, इस बारे में आपको थोड़ी जानकारी देने के लिए Edelweiss Mutual Funds की MD & CEO राधिका गुप्ता
ने अपने ट्वीट में बताया है जो आपके मुनाफे को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं.
फंड में विविधता लाना न भूलें
राधिक गुप्ता के अनुसार, फंड हाउस से बहुत अधिक लगाव होने से निवेशक अक्सर अपने फंड में विविधता लाना भूल जाते हैं. जब एक फंड अच्छा मुनाफा देता है तो आपको उससे लगाव हो जाता है. आपके पास उनसे बड़ी मिड और स्माल कैप स्कीम है. राधिका ने ट्वीट किया कि “याद रखें कि एक चीज में अच्छा होना आपको दूसरे से अच्छा नहीं बनाता है.”
राधिका निवेशकों को विभिन्न फंडों का विश्लेषण करने के लिए एक ही मेट्रिक्स लागू नहीं करने का सुझाव देती हैं. इक्विटी फंडों के लिए क्या मायने रखता है यह डेट फंडों के लिए मायने नहीं रखता है. इसे समझें कि प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग के लिए क्या मायने रखता है.
पैसिव फंड्स पर बहुत ज्यादा भरोसा न करें
इन्वेस्टर्स को पैसिव फंड्स पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं करना चाहिए. राधिका के मुताबिक, सभी निष्क्रिय फंडों को अच्छा माना जाता है क्योंकि वे सस्ते हैं. लेकिन वे खराब सूचकांकों को ट्रैक करते हैं. वह निवेशकों को विभिन्न श्रेणियों के फंडों की तुलना करने से बचने की सलाह देती हैं. उनके मुताबिक, हमारे पास एमएफ में श्रेणियां हैं लेकिन दुख की बात है कि एक श्रेणी के सभी फंड तुलनीय नहीं हैं.
वह म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश करते समय निवेशकों को 1 साल के रिटर्न के आंकड़ों को नजरअंदाज करने का सुझाव देती हैं. इसके अलावा वह बताती हैं कि विभिन्न बाजारों में अलग-अलग नियम हैं. यह जरूरी नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए क्या काम करता है वह भारतीय बाजारों के लिए भी काम करेगा.
अपने पड़ोसी की नकल करें
निवेश के निर्णय लेते समय निवेशकों को दूसरों की नकल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. हमेशा अपने निर्णय पर चलना चाहिए. दूसरों की नकल करने पर हमेशा नुकसान होता है.