म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) उद्योग का आकार जनवरी माह के दौरान 46.7 लाख निवेशकों के खाते जुड़ने से बढ़ गया. इसके पीछे म्यूचुअल फंड के बारे में बढ़ती जागरूकता और डिजिटलीकरण के माध्यम से लेनदेन सुगम होने की अहम भूमिका रही है. जनवरी में खुले म्यूचुअल फंड के नए खातों की संख्या वर्ष 2023 के औसत मासिक आंकड़ों की तुलना में दोगुना से भी अधिक है. बीते साल प्रति माह औसतन 22.3 लाख खाते खुले थे.
म्यूचुअल फंड उद्योग के निकाय एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, खातों की संख्या बढ़ने से उद्योग के म्यूचुअल फंड खातों की कुल संख्या 16.96 करोड़ हो गई है. यह एक साल पहले पंजीकृत 14.28 करोड़ खातों की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है. दिसंबर, 2023 में दर्ज कुल 16.49 करोड़ खातों की तुलना में जनवरी, 2024 में लगभग तीन प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
म्यूचुअल फंड फोलियो व्यक्तिगत निवेशक खातों के लिए निर्दिष्ट संख्याएं हैं. एक निवेशक के पास कई फोलियो भी हो सकते हैं. व्हाइटओक म्यूचुअल फंड के मुख्य व्यवसाय अधिकारी प्रतीक पंत ने कहा कि उच्चस्तर की डिजिटल साक्षरता, खर्च-योग्य आय में बढ़ोतरी और वित्तीय साक्षरता जैसे कारकों ने भारतीयों को सावधि जमा और डाकघर बचत योजनाओं जैसे पारंपरिक वित्तीय साधनों से अलग हटकर देखने के लिए प्रोत्साहित किया है.
उन्होंने कहा कि नए निवेशकों में नई पीढ़ी के युवाओं की तादाद काफी ज्यादा है. अधिकांश नए निवेशक म्यूचुअल फंड क्षेत्र में प्रवेश के लिए डिजिटल चैनलों का रास्ता अपना रहे हैं. जनवरी के दौरान म्युचुअल फंडों की इक्विटी योजनाओं ने अभी तक का सबसे ज्यादा 50,800 करोड़ रुपये का सकल निवेश हासिल किया है. जनवरी में लार्जकैप स्कीम ने 1,290 करोड़ रुपये और फ्लेक्सी कैप फंड्स में निवेश बढ़कर 2,450 करोड़ रुपये हासिल किया था. जनवरी के महीने में 17 नए फंड ऑफर पेश किए गए थे और उनके जरिए कुल 6,800 करोड़ रुपये जुटाए गए थे.