सितंबर 2020 में सेबी द्वारा मल्टीकैप फंड्स के नियमों में भारी बदलाव किया गया था. इसके बाद से ही Multi Cap कैटेगरी का आकर्षण थोड़ा कम हो गया था. निवेशकों में multi cap में हुए बदलावों से थोड़ी निराशा थी, लेकिन सेबी ने जल्द ही वैसी ही नई कैटेगरी लॉन्च करके वो समस्या भी खत्म कर दी. ये नई कैटेगरी Flexi Cap Fund है.
Flexi Cap Fund क्या हैं?
नई कैटेगरी Flexi Cap Fund पुरानी मल्टीकैप स्कीम की तर्ज पर ही निकाली गई है. Flexi Cap Fund जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह कैटेगरी अपने फंड चुनने के लिए स्वतंत्र या फ्लैक्सिबल रहती है. ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम है.
Flexi Cap Fund कैटेगरी में 65% हिस्सा (allocation) इक्विटी और इक्विटी ओरिएंटेड फंड में रहेगा. इस 65% में बिना किसी पूर्व निर्धारित सीमा के लार्ज कैप, मिड कैप या स्माल कैप में फंड मैनेजर की इच्छा अनुसार निवेश किया जा सकता है. Flexi Cap Fund में multi cap fund जैसे Fixed एलोकेशन का नियम नहीं रखा गया है.
multi cap और Flexi Cap में क्या है अंतर
एक उदाहरण के माध्यम से इन दोनों फंड्स का अंतर समझते हैं. अगर आप मल्टी कैप में 100 रुपये इनवेस्ट करते हैं तो आपके फंड मेनेजर के लिए उन 100 रुपये में से 25 रुपये लार्ज कैप, 25 रुपये मिड कैप और 25 रुपये स्मॉल कैप में इनवेस्ट करना जरूरी है. यानी 75 रुपये का इनवेस्ट तो हो गया, अब बाकी के 25 रुपये के लिए उसके पास फ्री हैंड है, यानी वो इसको अपनी मर्जी मुताबिक, कहीं भी निवेश कर सकता है, चाहे वो कैश रखे, चाहे डेट इंस्ट्रूमेंट्स में या इक्विटी में डाले.
अब फ्लैक्सी कैप Flexi Cap Fund में वही 100 रुपये में 65 रुपये इक्विटी में निवेश करना होगा. लेकिन, लार्ज, मिड या स्मॉल कैप कैटेगरी में 25-25-25 इस तरह से डालने की जरूरत नहीं है. फंड मेनेजर अपने मुताबिक इक्विटी में इंवेस्ट कर सकता है. अब बाकी के 35 रुपये वो केश, डेट या इक्विटी कहीं भी इंवेस्ट कर सकता है.
फ्लैक्सी कैप म्यूचुअल फंड की खास बातें
अब तक के म्यूचुअल फंड प्रकार मे यह प्रकार पूरी तरह से फ्लेक्सिबल म्यूचुअल फंड (Flexi Cap Fund) निवेश माना जाता है. छोटे निवेशकों के लिए यह काफी फायदेमंद निवेश स्कीम हो सकती है क्योंकि इसके जरिए निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो को बैलेंस कर सकते हैं.
क्या करना चाहिए निवेश?
अगर आप किसी मल्टीकैप फंड में निवेश कर रहे हैं और वह फंड अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो आप पुरानी स्कीम के साथ बने रह सकते हैं.
यदि पुराना मल्टी कैप फंड Flexi Cap Fund में भी परिवर्तित किया जाता है तो भी आप उसके साथ बने रह सकते हैं. अगर आप इस फंड के जरिए ज्यादा प्रॉफिट जुटाना चाहते हैं तो आप फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड का विकल्प चुन सकते हैं. हालांकि, इसमे थोड़ा रिस्क जरूर है, लेकिन इसके लिए आपको आपके फंड मैनेजर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए.
सर्टिफाइड फाइनांसियल प्लानर बिरजू आचार्य कहते हैं कि शेयर बजार में लार्ज, मिड या स्मॉल कैप में से कौन सा ज्यादा चलेगा इसका अंदाजा लगाना स्मॉल इनवेस्टर्स के लिए मुश्किल है. फ्लैक्सी कैप फंड (Flexi Cap Fund) में फंड मैनेजर को जहां अपॉर्च्युनिटी दिखती है वहीं फंड को डायवर्सिफाइड करते हैं. इससे छोटे इनवेस्टर्स को फायदा होता है.