ELSS Scheme: टैक्स छूट का लाभ उठाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) को बेहतर विकल्प माना जाता है. ELSS के जरिए निवेशक न सिर्फ टैक्स की देनदारी कम करते हैं, बल्कि लंबे समय में एक बड़ी पूंजी भी तैयार करते हैं. आप नाम से ही समझ सकते हैं कि ELSS Scheme का संबंध इक्विटी मार्केट से है. अगर आप टैक्स बचाने का सोच रहे तो आपके पास टैक्स-सेविंग्स म्यूचुअल फंड्स की एक पूरी लिस्ट मिल जाएगी. आमतौर पर ELSS स्कीम्स फ्लेक्सी-कैप फंड्स होते हैं. इसका मतलब है कि ये सभी साइज और सेक्टर की कंपनियों में निवेश करते हैं. साथ ही इसमें बाजार की स्थिति के आधार पर पोर्टफोलियो कम्पोजिशन में बदलाव करने का भी विकल्प होता है.
टैक्स तो बचेगा ही बड़ी पूंजी बनाने में मदद करेगी ELSS ज्यादातर लोग टैक्स बचत की प्लानिंग नहीं करते हैं और फिर उन्हें इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत लाभ नहीं मिलता है. जो लोग टैक्स बचत फंड्स में निवेश भी करते हैं तो वो 3 साल से अधिक समय के लिए इसमें नहीं बने रहना चाहते हैं. बता दें कि इनमें 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. जानकारों का मानना है कि अगर इसमें 10 से 20 साल तक के लिए निवेश बनाये रखा जाए तो निवेश की रकम इक्विटी रिटर्न्स के आधार कम्पाउंड हो सकती है और निवेशकों को एक बड़ी पूंजी लगाने में मददगार भी साबित हो सकती है.
आंकड़ों से समझते हैं कि ऐसा क्यों हैं… मान लीजिए कि आप 30 फीसदी के टैक्स ब्रैकेट में आते हैं और सेक्टशन 80C के तहत 46,800 रुपये की टैक्स बचत कर पाते हैं. इसमें इनकम टैक्स पर 4 फीसदी सेस भी शामिल है. आप इसमें 46,000 रुपये को फिर से फ्लेक्सी कैप फंड में लंबी अवधि के लिए निवेश कर देते हैं.
मान लीजिए कि इस फ्लेक्सी-कैप फंड पर आपको सालाना औसतन 10 फीसदी का रिटर्न मिलता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड्स में गारंटीड रिटर्न नहीं होता है. लेकिन इस हिसाब इस फंड में 10 साल के लिए 1.5 लाख रुपये का निवेश आपको 25.8 लाख रुपये बनाकर देगा.
अगर यह फ्लेक्सी-कैप फंड एक ELSS Scheme है तो आप सालाना 46,800 रुपये टैक्स के रूप में बचा सकेंगे. अगर इस पैसे को भी आप इसी फंड में दोबारा निवेश कर देते हैं तो आप 8 लाख रुपये की पूंजी तैयार कर सकते हैं. इस प्रकार आप ELSS फंड में निवेश कर कुल 33 लाख रुपये की पूंजी तैयार कर सकते हैं. रेगुलर फ्लेक्सी-कैप में निवेश कर आपको केवल 25 लाख रुपये का ही लाभ मिलता.
अगर इसी रकम को अगले 20 साल के लिए निवेश कर दिया गया तो यह रकम बढ़कर 1.3 करोड़ रुपये हो जाएगी. इस प्रकार आप केवल टैक्स ही नहीं, बल्कि अपने पैसे पर रिटर्न को भी बढ़ा रहे हैं ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके.
कुछ बातों का रखें ध्यान 1. आप ELSS में सीधे किसी भी फंड हाउस या म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्युटर्स के जरिए निवेश कर सकते हैं.
2. सही ELSS फंड चुनना भी उतना ही जरूरी है, जितना निवेश करना है. किसी एक्सपर्ट की सलाह लेना आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.
3. आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि पहले के रिटर्न के आंकड़े और स्टार-रेटिंग्स के आधार पर ही निवेश न करें. किसी भी फंड के पहले के रिटर्न से यह तय नहीं कर सकते हैं कि आप भविष्य में भी यह बेहतर ही परफॉर्म करेगा.
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