Credit Risk Fund: जो निवेशक डेट फंड में निवेश करके तगड़ा मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए क्रेडिट रिस्क फंड (Credit Risk Fund) एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. इन फंड्स ने पिछले एक साल में 8% से 15% तक रिटर्न दिया है. अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा जोखिम लेने को तैयार हैं तो आप अपने पोर्टफोलियो में ऐसे फंड्स को शामिल कर सकते हैं. क्रेडिट रिस्क फंड के जरिए आपको ऐसे साधनों में निवेश करने का मौका मिलता है जिनकी क्रेडिट रेटिंग अभी कम है, लेकिन बाद में उसके बढ़ने की संभावना है.
क्या होते हैं क्रेडिट रिस्क फंड?
क्रेडिट रिस्क फंड्स (Credit Risk Fund) ऐसे डेट म्यूचुअल फंड्स हैं जो ज्यादा रिस्की साधनों में निवेश करते हैं. क्रेडिट रिस्क फंड के पोर्टफोलियो में AA और उससे भी कम रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड की हिस्सेदारी 65 फीसदी तक होती है. गिल्ट और डेट फंड्स जैसे अन्य सुरक्षित वर्गों की तुलना में क्रेडिट रिस्क फंड (Credit Risk Fund) में क्रेडिट जोखिम भी ज्यादा होता है, इसलिए उनके मुकाबले रिटर्न भी ज्यादा मिलता है. जो डेट फंड्स उच्च स्तर की Fixed Income सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं उनके मुकाबले क्रेडिट रिस्क फंड में 3 फीसदी तक ज्यादा रिटर्न देने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है.
ये हैं कुछ बेस्ट-परफॉर्मिंग क्रेडिट रिस्क फंड
किन्हें निवेश करना चाहिए?
दूसरे डेट फंड्स के मुकाबले क्रेडिट रिस्क फंड्स (Credit Risk Fund) में ज्यादा रिस्क होता है इसलिए केवल आक्रामक निवेशक के लिए ये सही विकल्प है.
सेबी रजिस्टर्ड इनवेस्टमेंट एडवाइजर समीर शाह के मुताबिक, “अगर आप शॉर्ट-टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इससे दूर रहें. 5 साल से ज्यादा समय के लिए ही इसमें निवेश करें. वैसे तो फंड मैनेजर ही सब कुछ हैंडल करता है, फिर भी आपको बेसिक समझ होनी जरूरी है.”
AMFI-रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर पिनाकिन मेहता बताते हैं, “अगर आप मार्केट को समझ सकते हैं तो ही इसमें (Credit Risk Fund) निवेश करें. अगर आप कब एंट्री करनी है और कब एग्जिट करना है, इसका पता लगा सकते हैं तो ही इसमें निवेश करना चाहिए.”
कितना लगता है टैक्स?
इसमें भी डेट म्यूचुअल फंड की तरह टैक्स लगता है. यदि डिविडेंड मिलता है तो उसे आपकी कुल आय के साथ जोड़ा जाता है और आपके टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है. 3 साल से कम समय में प्रॉफिट कमाते हैं तो शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स आपके स्लैब के हिसाब से लगेगा और उससे ज्यादा अवधि के बाद प्रॉफिट होने पर 20 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स लगेगा.
कितना रिस्क है?
इसमें (Credit Risk Fund) सबसे ज्यादा रिस्क क्रेडिट के साथ जुड़ा हुआ है. मेहता बताते हैं, “फंड मैनेजर ने जिन साधनों में निवेश किया होगा उसकी रेटिंग ज्यादा डाउन होने से लिक्विडिटी का इश्यू हो सकता है और इंटरेस्ट के साथ-साथ आपका मूलधन भी जोखिम में फंस सकता है.”
इसके अलावा इसमें लिक्विडिटी और इंटरेस्ट रिस्क भी है. मार्केट और अर्थव्यवस्था में होने वाले बदलाव से रिटर्न में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं.