आ गया एक और इंडेक्स फंड, क्या रिस्क से बचने वाले निवेशकों के लिए ये सही है?

निफ्टी 50 में कंपनियों का वेटेज मार्केट-कैप के आधार पर होता है, वहीं इस Nifty 50 Equal Weight Index Fund में उनका वेटेज इक्वल है.

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image: pixabay: एसेट एलोकेशन आपके पैसे को बेहतरीन तरीके से काम करने की एक प्रक्रिया है. शब्द "एसेट एलोकेशन फंड" एक ऐसे फंड को दर्शाता है, जो कई प्रकार के एसेट टाइप्स में निवेश करते हैं.

image: pixabay: एसेट एलोकेशन आपके पैसे को बेहतरीन तरीके से काम करने की एक प्रक्रिया है. शब्द "एसेट एलोकेशन फंड" एक ऐसे फंड को दर्शाता है, जो कई प्रकार के एसेट टाइप्स में निवेश करते हैं.

आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड ने निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्स फंड (Nifty 50 Equal Weight Index Fund) लॉन्च किया हैये एक ओपनएंडेड स्कीम हैजो निफ्टी 50 इक्वल वेट टोटल रिटर्न इंडेक्स को ट्रैक करती हैये स्कीम 2 जून तक ओपन है और अलॉटमेंट के दिन बाद फिर से सब्सक्रिप्शन के लिए रीओपन होगीइसमें आप मिनिमम 500 रुपये निवेश कर सकते हैं.

निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्स फंड क्या है?

ये एक इंडेक्स फंड हैजो निफ्टी 50 इंडेक्स के परफॉर्मेंस के मुताबिक चलता है. निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्स (Nifty 50 Equal Weight Index Fund) में निफ्टी 50 इंडेक्स की टॉप-50 कंपनियां शामिल हैंलेकिन निफ्टी 50 में उनका वेटेज मार्केट-कैप के आधार पर होता हैवहीं इस इंडेक्स में उनका वेटेज इक्वल हैनिफ्टी 50 Fक्वल वेट इंडेक्स में सभी स्क्रिप को 2% अलोकेशन दिया गया हैपैसिव इनवेस्टिंग होने की वजह से ये लोकोस्ट इनवेस्टिंग इंडेक्स है.

मार्केट में इस तरह के दूसरे इंडेक्स फंड भी हैंजिसमें निवेशकों को एक साल में 15% से ज्यादा रिटर्न मिला हैऐसे फंड्स का एक्सपेंस रेशियो भी काफी कम होता है.

फंड/स्कीम

साल का रिटर्न

एक्सपेंस रेशियो

HDFC इंडेक्स सेंसेक्स फंड

17%

0.2%

IDFC निफ्टी फंड

16.96%

0.16%

टाटा इंडेक्स सेंसेक्स फंड

16.93%

0.8%

UTI निफ्टी इंडेक्स फंड

16.81%

0.19%

HDFC इंडेक्स फंड निफ्टी 50

16.71%

0.2%

टाटा इंडेक्स निफ्टी फंड

16.67%

0.15%

ICICI PRU निफ्टी इंडेक्स फंड

16.63%

0.1%

SBI निफ्टी इंडेक्स फंड

16.5%

0.09%

आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के MD & CEO  बालासुब्रमणियन बताते हैं, “हमारा इंडेक्स (Nifty 50 Equal Weight Index Fund) सभी सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व करता है और कॉन्सनट्रेशन रिस्क को कम करने के साथ-साथ स्टॉक लेवल पर ज्यादा डाइवर्सिफिकेशन देता हैटॉप-50 लार्जकैप कंपनियों में इक्वल अलोकेशन की वजह से कुछ हेवीवेट शेयरों के परफॉर्मेंस की तुलना में पूरे इंडेक्स की ग्रोथ के साथ आगे बढ़ने का मौका मिलता हैआने वाले वक्त में अर्थतंत्र और बाजारों की ग्रोथ के साथ निफ्टी 50 के मुकाबले इक्वल वेट इंडेक्स बेहतर ग्रोथ करेगा ऐसा हमारा मानना हैइस इंडेक्स ने शॉर्टटर्म और लॉन्गटर्म पीरियड में निफ्टी 50 के मुकाबले आउटपरफॉर्म किया है.”

रेगुलर और डायरेक्ट प्लान का विकल्प

ABSL निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्स फंड (Nifty 50 Equal Weight Index Fund) में निवेश को रेगुलर और डायरेक्ट प्लान चुनने के विकल्प मिल रहे हैजिसका पॉर्टफोलियो एक ही रहेगा लेकिननेट एसेट वैल्यू (NAV) अलग होगीईसमें कोई एक्जिट लोड नहीं हैये स्कीम 95-100 फीसदी निवेश ईक्विटी में और 0-5 फीसदी डेट या मनी मार्केट साधनो में करेगी.

एक्सपर्ट बताते है कि इक्वल वेट इंडेक्ट का प्रमुख फायदा कॉन्सनट्रेशन रिस्क कम होने का हैनिवेशकों को मार्केट की अलगअलग साइकिल में ज्यादा रिटर्न कमाने के लिए उनके पोर्टफोलियो में निफ्टी 50 और निफ्टी 50 इक्वल वेट इंडेक्ट फंड्स दोनों को शामिल करना चाहिए.

लंबे वक्त के लिए अच्छा ऑफर

NISM-सर्टिफाइड रिसर्च एनालिस्ट & AMFI-रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर हिमांशु शाह बताते है कि, “यदि लॉन्गटर्म के लिए निवेश करना है तो ये अच्छा ऑफर है. ये (Nifty 50 Equal Weight Index Fund) एक पैसिव फंड है इसलिए एक्सपेंस रेशियो भी कम है और निफ्टी 50 इंडेक्स  की अच्छी कंपनियों में इक्वल वेट से निवेश किया जाएगाइसलिए क्वॉलिटी की चिंता नहीं हैसिर्फ लॉन्गटर्म के लिए ही निवेश करें.”

कुछ एक्सपर्ट इनसे दूर रहने की दे रहे सलाह

लेकिनफाइनेंस एडवाइजर्स ऐसी स्कीम्स से दूर रहने की सलाह दे रहे है. सेबीरजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर धर्मेश कुमार भट्ट बताते हैं, मार्केट में इक्विटीडेट या इंडेक्स फंड जैसी कई स्कीम्स उपलब्ध हैं. इसलिए इन स्कीम्स में निवेश करने से पहले दूसरी स्कीम के साथ तुलना करनी चाहिए. मार्केट में आने वाला कोई भी नया प्रोडक्ट खरीदना आवश्यक नहीं है.

Published - June 2, 2021, 03:58 IST