गुजरात के सुरेन्द्रनगर के 48 वर्षीय चैतन्य शुक्ला निजी कंपनी में मशीन सुपरवाइजर का काम करते हैं. कुछ दिन पहले उन्हें एक एक कॉल आया था और बताया गया था कि, “आपके NPS अकाउंट में 12 लाख रुपये जमा है. आधार कार्ड, ऐड्रेस प्रूफ, PAN नंबर, बैंक अकाउंट, फिटनेस सर्टिफिकेट वगैरह जानकारी देने से और केवल 24,999 रुपये की फीस चुकाने से अकाउंट में ये राशि जमा हो जाएगी.” शुक्ला उनकी सूचना के मुताबिक डॉक्युमेंट्स और पैसे दे दिए. पैसे मिलते ही जिस नंबर से फोन आया था वो बंद हो गया, अब शुक्ला सदमे में हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि कैसे वो उनकी बातों में फंस गए. शुक्ला जैसे कई लोग ऐसी बातें सच मान लेते हैं और फ्रॉड करने वालों का शिकार बन जाते हैं.
कोरोना की वजह से लोग पैसे की किल्लत का सामना कर रहे हैं और ऐसे हालात में अगर कोई उन्हें सरकारी स्कीम से पैसा दिलवाने का वादा करे तो आसानी से उनके बहकावे में भी आ जाते हैं. पिछले कुछ दिनों से नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से पैसा दिलवाने का वादा करके कई लोगों को ठगा गया है, जिसके कारण पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है और ऐसे लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
धोखाधडी करने वाले लोग आपको NPS से पैसे दिलवाने के लिए और आपसे पैसे ऐंठने के लिए तरह–तरह की बातें बनाते हैं. इसलिए, PFRDA ने सार्वजनिक नोटिस जारी किया है और NPS के नाम पर हो रहे फ्रॉड के बारे में जानकारी दी है.
नोटिस में बताया गया है कि PFRDA एक आधिकारिक युनिट है, जो नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) का नियमन करता है. NPS या PFRDA के नाम पर फोन करने वाले लोगों का इरादा धोखाधड़ी करने का होता है और ये लोग आपसे NPS या PFRDA में पड़ा पैसा दिलाने का झूठा वादा करते हैं, उनसे सावधान रहें.
अगर आपका खाता भी NPS में है, तो सतर्क रहना जरूरी है. कुछ लोग NPS खाताधारकों को फोन कर रहे हैं या SMS भेज रहे है या ईमेल भेज कर उन्हें NPS में जमा राशि दिलाने का वादा करते हैं और पैसे मांगते हैं. ऐसे लोगों से सतर्क रहना जरूरी है. PFRDA ने साफ किया है कि वह कभी किसी व्यक्ति को उनके रिटायरमेंट अकाउंट से फंड जारी करने के लिए कॉल नहीं करती है.
PFRDA ने कहा है कि लोगों को ऐसे ईमेल और SMS से बचना चाहिए जिसमें उनसे फंड रिलीज करने का दावा किया जा रहा है और इसके बदले पैसे मांगे जा रहे हैं. यदि आपको ऐसा फोन या मेसेज या ईमेल आए तो तुरंत ही लोकल पुलिस का संपर्क करे.
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) सरकार की रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जिसमें सरकारी कर्मचारी के साथ साथ अब निजी कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं. रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी NPS का एक हिस्सा निकाल सकते हैं और बाकी रकम से रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम के लिए एन्युटी ले सकते हैं.