Zoom Shares: दुनियाभर के शेयर बाजारों में कोरोना संक्रमण की शुरुआत में चौतरफा बिकवाली देखने को मिली. बाद में जब मार्केट रिबाउंड हुआ तो बड़ी टेक कंपनियों ने इसे ड्राइव किया. महामारी से पस्त अर्थव्यवस्था में इन कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन कोरोना वायरस के मामलों और मौतों में गिरावट के साथ वैक्सीनेशन से पूरे इकोनॉमिक आउटलुक में सुधार हो रहा है. कई जगहों पर स्कूल खुल गए हैं और लोगों ने ऑफिस जाना भी शुरू कर दिया है. ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी सुविधाएं प्रदान करने वाली कंपनियों की डिमांड में कमी आई है. इन कंपनियों के स्टॉक्स पर भी इसका सीधा असर दिखाई दे रहा है. निवेशकों ने टेक्नोलॉजी को छोड़ दूसरे सेक्टरों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कंपनी जूम वीडियो कम्यूनिकेशंस इंक की मांग में तेजी से गिरावट के सिग्नल के बाद मंगलवार को इसके शेयरों में लगभग 17% की गिरावट देखने को मिली. बीते 9 महीनों में ये सबसे बड़ी गिरावट है.
लोगों के ऑफिस लौटने के बाद विश्लेषकों ने इसकी भविष्य की योजनाओं पर सवाल उठाया है जिसका सीधा असर इसके शेयरों पर देखने को मिला है.
एनालिस्टों का कहना है कि महामारी के कम होने के साथ, ज़ूम को विकास के नए रास्ते खोजने होंगे. कंपनी ने पहले ही जुलाई में फाइव9 पर 14.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का दांव लगाया है ताकि अपने कॉन्टेक्ट सेंटर बिजनेस को मजबूत किया जा सके. विश्लेषकों ने कहा कि जूम को पटरी पर लौटने में कुछ तिमाहियों का समय लगेगा.
सीएनबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में दाईवा कैपिटल के विश्लेषकों के हवाले से कहा, ‘यह महत्वपूर्ण सवाल हैं कि कैसे नई ग्राहक मांग और रेट कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील के बाद स्थिर होंगे.
‘ ज़ूम ने सोमवार को 1.015 बिलियन अमरीकी डालर और 1.020 बिलियन अमरीकी डालर के बीच चालू तिमाही के राजस्व का अनुमान लगाया, जो 2020 में कई गुना वृद्धि दर की तुलना में काफी कम है. यह लगभग 31 प्रतिशत की वृद्धि का संकेत देता है.
कम से कम छह ब्रोकरेज ने ज़ूम के शेयर प्राइज टारगेट में कटौती की है. प्राइज टारगेट को 100 डॉलर घटाकर USD 369 कर दिया गया है. कंपनी के शेयर बीते नौ महीने की सबसे बड़ी गिरावट के साथ मंगलवार को 289.50 अमेरिकी डॉलर पर बंद हुए.
वहीं, गुरुवार को यह 1.45% की तेजी के साथ 295.09 अमेरिकी डॉलर पर बंद हुए. अक्टूबर 2020 में इसके शेयर ऊंचाइयों को छूते हुए 588 अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गए थे.
जूम के शेयर पिछले साल फरवरी से तेजी देखने को मिली थी. इसके वैल्यूएशन अक्टूबर में 175 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गए थे. तब से, शेयरों में गिरावट आई है और जूम का मौजूदा पूंजीकरण अक्टूबर के पीक से लगभग आधा हो गया है.
कोरोना काल के दौरान ज़ूम और अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियां जैसे कि सिस्को, माइक्रोसॉफ्ट और सेल्सफोर्स ने लाखों नए उपयोगकर्ताओं को आकर्षित किया था.
महामारी के दौरान लोगों की ऑफिस मीटिंग, ऑनलाइन स्टडी और दोस्तों से कम्युनिकेट करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विसेज पर निर्भरता काफी बढ़ गई थी.
अन्य बढ़ी टेक कंपनियों को लेकर एनालिस्टों का कहना है कि महामारी के बाद की अर्थव्यवस्था में टेक कंपनियां अधिक धीमी गति से बढ़ सकती हैं, लेकिन वे मजबूत बनी हुई हैं. कुल मिलाकर, टेक्नोलॉजी सेक्टर का प्रदर्शन अभी भी असाधारण है.
Apple, Amazon, Microsoft, Alphabet (Google की मूल कंपनी) और Facebook जैसी कंपनियों के शेयर अभी भी ऊंचाइयों पर है.