Zomato Stocks: शुक्रवार को दलाल स्ट्रीट पर जोरदार शुरुआत करने के बाद Zomato के शेयरों में सोमवार को तेजी देखने को मिली. 11.92 फीसदी उछाल के बाद शेयर 140.85 रुपये पर बंद हुआ, जबकि BSE सेंसेक्स 0.23% की गिरावट के साथ 52852 पर थमा. फूड डिलीवरी फर्म जोमैटो के शेयर (Zomato Stocks) ने 76 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले लिस्टिंग के दिन 64.74 फीसदी की उछाल हासिल की. कंपनी के आईपीओ (Zomato IPO) को 38 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हासिल हुआ था. 14 जुलाई से 16 जुलाई के बीच लोगों के लिए सब्सिक्रिप्शन खोला गया था.
बाजार पर नजर रखने वालों का मानना है कि स्टॉक की कीमत में तेजी बनाए रखने के लिए फर्म को आगामी तिमाहियों में मुनाफा दर्ज कराना होगा. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी अपने घाटे को कम करना जारी रखेगी और वित्त वर्ष 2023 तक मुनाफे दर्ज कर सकती है.
जोमैटो आईपीओ (Zomato IPO) का हल्ला क्यों?
शेयर बाजार का बड़ा नाम राकेश झुनझुनवाला देखते हैं कि जोमैटो के आईपीओ (Zomato IPO) को लेकर जबरदस्त उन्माद पैदा किया गया. यह एक्सचेंजों पर जोमैटो की शुरुआत के आसपास की चर्चा का विश्लेषण करने का उनका तरीका है.
लिस्टिंग वाले दिन जोमैटो (Zomato Listing) ने एक लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैपटाइलाइजेशन (Zomato Market capitalisation) को छू लिया. झुनझुनवाला ने शनिवार को कहा कि ये मायने नहीं रखता कि फर्म कितनी ज्यादा वैल्यूएशन कमाती है. “हमें कैश फ्लो दिखाइए! जोमैटो ने 1 लाख करोड़ का मार्केट कैपिटलाइजेशन बीते दिनों तो हासिल किया लेकिन उसे 3,000 करोड़ रुपये का कैश-फ्लो कब मिल रहा है? ” ये मायने नहीं रखता है कि वैल्यूएशन कितनी है, जरूरी है कि कंपनी कब तक टिकेगी?
एक्यूरियस के इवेंट में बोलते हुए झुनझुनवाला ने कहा कि “मेरे विचार से दुनिया में डिजिटल बदलाव को जमकर सराहा जा रहा है. ऐसी वैल्यूएशन टिकाऊ नहीं है.” आगे उन्होंने कहा कि “मुझे ये एक उन्माद जैसा लगता है. मैं चाहता हूं कि मैं गलत साबित हूं.”
लंबी अवधि की शर्त
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी के एमडी और सीईओ एस रमेश ने जोमैटो की लिस्ट (Zomato Listing) पर कमेंट करते हुए कहा कि “मजबूत सब्सक्रिप्शन हासिल करने के बाद घरेलू बाजार में Zomato की शानदार शुरुआत इस बात का प्रमाण है कि निवेशक नए जमाने की टेक्नोलॉजी कंपनियों पर बड़ा दांव लगाने के इच्छुक हैं, जिनमें विघटनकारी व्यवसाय मॉडल की विशेषताएं हैं. यह भारतीय आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए एक बड़ा कदम है. बढ़ती इंटरनेट पहुंच और महीने दर महीने स्मार्टफोन यूजर्स की बढ़ती संख्या, पूरा प्राइवेट डिजिटल इकोसिस्टम आने वाले सालों पैसा जुटाने और हमारे कैपिटल मार्केट को गहरा करने में सक्षम होगा.”
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में ब्रोकिंग और डिस्ट्रिब्यूशन विभाग की रिसर्च एनालिस्ट स्नेहा पोद्दार के मुताबिक आने वाले दिनों में बाजार में ऐसे कई और तरह की लिस्टिंग देखने को मिलेंगी. ऑनलाइन फूड डिलीवरी मार्केट में आई जबरदस्त उछाल के बीच जोमैटो के आईपीओ (Zomato IPO) ने एंट्री कर बढ़त हासिल कर ली है.
हालांकि, इसकी ग्रोथ की भविष्यवाणी करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन लंबी अवधि के नजरिए से यह एक अच्छा दांव है.