Zomato IPO: ग्रे मार्केट में बिगड़ा जोमैटो का टेस्ट, जानिए क्या है चक्कर

Zomato IPO: इश्यू के ठीक पहले जोमैटो का ग्रे मार्केट प्रीमियम 60% से ज्यादा गिर गया है. Zomato IPO का प्राइस बैंड 72 से 76 रुपये है.

zomato to shut grocery delivery service from 17 September

image: pixabay, जोमैटो 17 सितंबर से किराना सामानों की डिलिवरी सेवा बंद करेगी.

image: pixabay, जोमैटो 17 सितंबर से किराना सामानों की डिलिवरी सेवा बंद करेगी.

Zomato IPO: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) का IPO आने के ठीक पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (Grey Market Premium) 60% से ज्यादा गिर गया है. Zomato IPO का प्राइस बैंड 72 रुपये से 76 रुपये प्रति शेयर के बीच फिक्स किया गया है. इस IPO में 9,000 करोड़ रुपये की फ्रेश इक्विटी इश्यू की जाएंगी, जबकि 375 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) इंफो एज (इंडिया) की ओर से होगा. ये इश्यू 16 जून को खत्म हो रहा है. ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक, कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल ऑर्गेनिक और इनॉर्गेनिक ग्रोथ की योजनाओं और आम कारोबारी मकसदों पर करेगी.

ग्रे मार्केट प्रीमियम

अनलिस्टेड एरीना के फाउंडर अभय दोशी ने Money9 को पिछले हफ्ते पहले बताया था कि ग्रे मार्केट (Grey Market) में जोमैटो (Zomato) 17-18 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है.

लेकिन, अब Zomato के शेयरों का ग्रे मार्केट में प्रीमियम (Grey Market Premium) गिरकर महज 7 रुपये पर आ गया है.

क्या है मसला?

दोशी कहते हैं, “इस गिरावट की वजह ये है कि Zomato इस स्पेस में IPO लाने वाली पहली कंपनी है और ऐसे में मार्केट इसकी वैल्यूएश का अंदाजा नहीं लगा पा रहा है. इसकी एक वजह ये भी है कि कंपनी को लगातार घाटा हो रहा है.”

वे कहते हैं कि IPO का साइज काफी बड़ा होने की वजह से भी ये लग रहा है कि इसके शेयरों की पर्याप्त सप्लाई होगी और इसकी वजह से ग्रे मार्केट का प्रीमियम गिर रहा है.

वैल्यूएशन

जानकारों के अनुसार, आईपीओ (IPO) पूरा होने के बाद कंपनी (Zomato) का वैल्यूएशन 64,365 करोड़ रुपये हो जाएगा, जो कि इस सेगमेंट की दूसरी लिस्टेड कंपनियों की तुलना में कहीं ज्यादा है. जूबिलेंट फूडवर्क्स का कैपिटेलाइजेशन करीब 41 हजार करोड़ रुपये जबकि बर्गर किंग इंडिया का 6,627 करोड़ रुपये है. पिछले कुछ अरसे में ऑनलाइन फूड डिलीवरी बाजार तेजी से बढ़ रहा है. जौमेटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां हैं.

रिपोर्ट कार्ड

वित्त वर्ष 2020 में जोमैटो (Zomato) की आमदनी, पिछले वित्त वर्ष की तुलना में, दोगुनी उछलकर 2,960 करोड़ रुपये रही, जबकि EBITDA लॉस 2,200 करोड़ रुपये का रहा. फरवरी में कंपनी ने टाइगर ग्लोबल, कोरा और अन्य फर्मों से करीब 1,800 करोड़ रुपये का फंड जुटाया था. इस तरह कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 40 हजार करोड़ रुपये हो गया.

IPO के लीड मैनेजर

कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, क्रेडिट सुईस सिक्योरिटीज इस इश्यू के ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर और लीड मैनेजर हैं. BofA सिक्योरिटीज और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट मर्चेंट बैंकर हैं.

क्या आपको इसे सब्सक्राइब करना चाहिए?

ब्रोकरेज वेंचुरा सिक्योरिटीज ने इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. इसका कहना है कि देश में तेजी से स्मार्टफोन बढ़ रहे हैं और लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी है कि वे ऑनलाइन फूड ऑर्डर (online food ordering) करने में दिलचस्पी ले रहे हैं.

वेंचुरा का यह भी मानना है कि जोमैटो (Zomato) वित्त वर्ष 2023 में 227 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 479 करोड़ रुपये मुनाफा कमा सकती है. हालांकि, बीते तीन वर्षों से कंपनी को 2304 करोड़, 816 करोड़ और 577 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.

Published - July 13, 2021, 02:13 IST