Tata Power Shares at 52-Week High: निजी क्षेत्र की भारत की सबसे बड़ी बिजली वितरण कंपनी टाटा पावर के शेयरों में बुधवार को शेयर बाजार में कमजोरी के बीच तेजी का करेंट देखा गया. टाटा पावर के शेयरों में 10 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और 155.20 रुपये का 52 हफ्ते का हाई लेवल बन गया. बुधवार के कारोबार में टाटा पावर के शेयरों ने हालांकि 138.80 का निचला स्तर भी देखा था. बुधवार को टाटा पावर के वॉल्यूम में भारी वृद्धि हुई. NSE और BSE पर इसके 14.08 करोड़ शेयरों में कारोबार हुआ. टाटा पावर के शेयरों के 52 हफ्ते का निचला स्तर 51.65 रुपये है, जो उसने 29 अक्टूबर, 2020 में बनाया था, और आज उसने 52 हफ्ते का हाई लेवल बनाया है.
टाटा पावर के स्टॉक का बीटा वैल्यू 1.73 पर है, किसी स्टाक का बीटा वैल्यू उसके शेयरों में उतार-चढ़ाव के बारे में दिखाता है. पिछले 1 साल में बीएसई सेंसेक्स में करीब 53 फीसदी की तेजी आई है, जबकि टाटा पावर के शेयरों में 168% तेजी आई है. टाटा पावर का शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर से अब तक 200 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ चुका है. 2021 में टाटा पावर 100 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है.
तकनीकी चार्ट पर, स्टॉक का 200-दिवसीय मूविंग एवरेज (DMA) 29 सितंबर को 51.65 रुपये पर था, जबकि 50-DMA 131.29 रुपये पर था. यदि कोई स्टॉक 50-DMA और 200-DMA से ऊपर ट्रेड करता है, तो इसका आमतौर पर मतलब है कि तत्काल रुझान ऊपर की ओर है. दूसरी ओर, यदि स्टॉक 50-DMA और 200-DMA दोनों से नीचे ट्रेड करता है, तो इसे एक मंदी की प्रवृत्ति माना जाता है और यदि इन औसत के बीच ट्रेड होता है, तो यह सुझाव देता है कि स्टॉक किसी भी दिशा में जा सकता है.
30-जून-2021 तक टाटा पावर कंपनी लिमिटेड में प्रमोटरों की 46.86% हिस्सेदारी थी. म्यूचुअल फंड और विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास 8.47 फीसदी और 11.26 फीसदी हिस्सेदारी थी.
टाटा पावर रिन्यूएबल ग्रीन एनर्जी, EV इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार में तेजी से आगे बढ़ने की योजना पर काम कर रही है. इसके अलावा कंपनी सबसे बड़ा सोलर EPC कारोबार भी चला ही हैं. विद्युत संशोधन विधेयक से कंपनी को अपने मौजूदा 3 राज्यों से परे दूसरे राज्यों में कारोबार बढ़ाने का अवसर मिलेगा, क्योंकि उपभोक्ता को सेवा प्रदाता चुनने का विकल्प मिलता है. रिन्यूएबल बिजनेस के लिए डी-लीवरेजिंग और रणनीतिक योजना से आगे बढ़ने की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा.
आय बढ़ाने के लिए कंपनी अक्षय ऊर्जा, सोलर रूफटॉप, सोलर वाटर पंप, EV चार्जिंग स्टेशनों के कारोबार में आगे बढ रही हैं, जिसके लिए उसे पूंजी आवंटन की जरूरत हैं. ये सेक्टर उच्च विकास वाले हैं, और इसमें ग्रोथ की काफी उम्मीद हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2027 तक, EV चार्जिंग स्टेशनों का व्यवसाय अनुमानित 29.7 अरब डॉलर (2020-2027 के बीच लगभग 40% CAGR पर) तक पहुंच सकता है, और टाटा पावर की योजना 2026 तक 1 लाख से अधिक चार्जर लगाने के साथ भारत में अग्रणी EV चार्जिंग नेटवर्क प्रदाता बनने की है. टाटा पावर अपने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग नेटवर्क का आक्रामक रूप से विस्तार कर रही है. टाटा पावर की चार्जिंग एक्सेसरीज EV के सभी सेगमेंट में मौजूद हैं, जिसमें पब्लिक चार्जिंग, कैप्टिव चार्जिंग, होम चार्जिंग और वर्कप्लेस चार्जिंग शामिल हैं.
वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली की वजह से सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 500 अंक से अधिक गिर गया और अंत में 255 अंक (0.43 प्रतिशत) की गिरावट के साथ बंद रहा. 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 59,413.27 पर बंद रहा. इसी तरह निफ्टी 38 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,711.30 पर बंद हुआ.