जब 1 लाख रुपये एक साल के भीतर 4 लाख रुपये हो जाते हैं, या एक दशक में 1 लाख रुपये से 25 लाख रुपये हो जाते हैं, तो निवेशकों को ऐसे इनवेस्टमेंट में आनंद आने लगता है. जी हां, टाटा एलेक्सी (Tata Elxsi) ने निवेशकों को ऐसी ही पार्टी करने का मौका दिया है. अप्रैल 2011 में टाटा एलेक्सी (Tata Elxsi) का स्टॉक 130 रुपये पर था, जो फिलहाल 3,307.50 रुपये पर चल रहा है. इस तरह से एक दशक में इस स्टॉक ने 2,442% का रिटर्न दिया है. लंबे समय में रिटर्न देने के साथ ही ये स्टॉक ताबड़तोड़ नए रिकॉर्ड बना रहा है. अप्रैल 2020 में 814 रुपये से लेकर बुधवार को ट्रेडिंग खत्म होने तक एक साल में इसके दाम चार गुने बढ़ चुके हैं.
एक दशक पहले, टाटा एलेक्सी एक टेक्नोलॉजी कंपनी थी. 2011-2012 में प्रबंधन ने इंडस्ट्री वर्टिकल्स पर फोकस किया. इससे कंपनी को एक प्रीमियम इंजीनियरिंग सर्विसेज प्रोवाइडर के रूप में परिवर्तित होने में मदद मिली. फ़ीचर-लोडेड इंफोटेनमेंट सिस्टम, पार्किंग सेंसर, वॉयस असिस्टेंट या सुरक्षा प्रणालियों जैसे उत्पादों के लिए Tata Elxsi ऑटो कंपोनेंट्स निर्माताओं को डिज़ाइन और इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स बनाने में मदद देती है. मीडिया, संचार, स्वास्थ्य सेवा, घरेलू उपकरण, रेल, निर्माण और अर्धचालक जैसे उद्योगों के लिए कंपनी नए जमाने के तकनीकी समाधानों की खोज कर रही है.
स्पेशलाइज्ड डिलीवरी में पैर जमाने से कंपनी को बड़ा फायदा हुआ है. वित्त वर्ष 2010-11 में कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम 411 करोड़ रुपये थी, जो कि 2020-21 में 18% की CAGR से बढ़कर 1,826 करोड़ रुपये हो गई है. इसी तरह से कंपनी का मुनाफा भी इसी अवधि में 31 करोड़ रुपये से बढ़कर 368 करोड़ रुपये हो गया है और इसमें 31 फीसदी की CAGR ग्रोथ हुई है.
टाटा एलेक्सी का मैनेजमेंट को भरोसा है कि उसे बढ़िया ऑपरेटिंग मार्जिन के साथ मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ हासिल होगी. कंपनी के हर वर्टिकल में मजबूत मांग, नई डील्स हासिल होने, बढ़िया डील पाइपलाइन और दूसरों से हटकर क्षमताएं होने के चलते कंपनी को आगे भी अच्छे ऑपरेटिंग मार्जिन बने रहने की उम्मीद है.
इसके साथ ही कंपनी कनेक्टेड, स्वचालित, शेयर्ड, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और इंफोटेनमेंट जैसे नए इलाकों से आ रही मांग को पूरा करने के लिए लगातार निवेश कर रही है. टाटा एलेक्सी का इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्लेटफॉर्म पूरी दुनिया में OEM (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स) की पसंद बने हुए हैं.
इसके अलावा, कंपनी रेल, ऑफ-रोड, डिजिटल हेल्थ और दूसरे सेक्टरों में भी कारोबार बढ़ा रही है ताकि अपने कामकाज को किसी एक खास सेगमेंट में होने वाले स्लोडाउन से बचाया जा सके. कंपनी डिजाइन वाले प्रोजेक्ट्स पर भी फोकस कर रही है ताकि इंडस्ट्रियल डिजाइन एंड विजुअलाइजेशन में उसे 30 से 40 फीसदी की ग्रोथ मिल सके.
मैनेजमेंट की इन्हीं कोशिशों को देखते हुए एनालिस्ट्स भी इस स्टॉक पर बुलिश बने हुए हैं. शेयरखान ने कंपनी के अर्निंग्स अनुमानों को बढ़ा दिया है. शेयरखान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, “2020-21 से 2022-23 अनुमानित के लिए टाटा एलेक्सी का अमरीकी डॉलर में रेवेन्यू और अर्निंग्स क्रमशः 26% और 29% की रफ्तार से बढ़ेंगे. कंपनी की डिफरेंशिएटेड टेक्नोलॉजिकल कैपेबिलिटी, प्रोजेक्ट लागू करने की मजबूत क्षमता और क्लाइंट्स के साथ लंबे रिश्तों को देखते हुए यह स्टॉक पसंदीदा है.” ब्रोकरेज हाउस ने इसके लिए 3,600 रुपये का प्राइस टारगेट दिया है.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में सिफारिशें संबंधित रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म द्वारा की गई हैं. Money9 और इसके प्रबंधन की निवेश सलाह के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं है. कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श करें.)