कोविड महामारी के चलते पैदा हुई अनिश्चितता में निवेशक अब मॉनसून पर फोकस कर रहे हैं. नियर टर्म में मार्केट की दिशा तय करने में मॉनसून (Monsoon) की बड़ी भूमिका रह सकती है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अप्रैल में अनुमान जताया था कि इस साल देश में सामान्य मॉनसून रहेगा. IMD के अनुमान के मुताबिक, इस साल देश में औसत के मुकाबले 98 फीसदी बारिश होगी.
अगर सामान्य के मुकाबले 96% से लेकर 104% तक बारिश होती है तो इसे सामान्य मॉनसून (Monsoon) माना जाता है. गुजरे दो वर्षों में भारत में 110% और 109% के साथ सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है.
मॉनसून और स्टॉक मार्केट
एक सामान्य मॉनसून (Monsoon) ग्रामीण भारत के लिए बेहद जरूरी है जो कि मोटे तौर पर कृषि पर निर्भर है. भारत में करीब 58 फीसदी रोजगार कृषि और इससे जुड़े हुए सेक्टर से आता है.
साथ ही देश की जीडीपी (GDP) में कृषि सेक्टर की हिस्सेदारी करीब 18 फीसदी बैठती है.
इक्विनोमिक्स रिसर्च एंड एडवाइजरी के फाउंडर जी चोकलिंगम मॉनसून (Monsoon) और स्टॉक मार्केट पर इसके बारे में बताते हैं, “सीधे तौर पर शेयर बाजार पर इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ता है क्योंकि जीडीपी में कृषि सेक्टर की हिस्सेदारी महज 18 फीसदी है.”
वे इसकी एक और वजह बताते हैं. चोकलिंगम कहते हैं, “कृषि सेक्टर से जुड़े हुए स्टॉक्स भी शेयर बाजार में काफी कम हैं और इसके चलते भी शेयर बाजार पर मॉनसून (Monsoon) का ज्यादा असर पड़ने की संभावना नहीं होती.”
हालांकि, वे कहते हैं, “खाद्य महंगाई में कमी करके ओवरऑल मार्केट्स को सपोर्ट मिल सकता है. जहां तक इंडीविजुअल स्टॉक्स का सवाल है, कृषि आधारित ज्यादातर स्टॉक्स ऐतिहासिक रूप से ऊंची वैल्यूएशन पर चल रहे हैं. ऐसे में निवेशक FMCG स्टॉक्स पर फोकस कर सकते हैं जिन्होंने हालिया वक्त में कमजोर प्रदर्शन किया है.”
चोकलिंगम के मुताबिक इन कंपनियों को अच्छे मॉनसून (Monsoon) के चलते रूरल डिमांड में होने वाले सुधार से फायदा होगा. साथ ही एक बार फिर से रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन की उम्मीद भी है.
इन शेयरों ने दिया तगड़ा रिटर्न
BSE FMCG ने इस साल की शुरुआत से 20 मई तक 2 फीसदी रिटर्न दिया है, जबकि बेंचमार्क BSE सेंसेक्स ने इसी दौरान 3.79 फीसदी रिटर्न दिया है.
दूसरी ओर, फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स ट्रावणकोर, मंगलौर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स और नागार्जुन फर्टिलाइजर्स के शेयर इसी साल अब तक 100 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुके हैं.
रामा फॉस्फेट्स, सदर्न पेट्रोकेमिकल्स, दीपक फर्टिलाइजर्स, नेशनल फर्टिलाइजर्स, गुजरात नर्मदा वैली, गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स, राष्ट्रीय केमिकल्स और बसंत एग्रो टेक ने इसी दौरान 50 फीसदी से 100 फीसदी के बीच रिटर्न दिया है.
किन स्टॉक्स पर लगा सकते हैं दांव
मार्केट एनालिस्ट और IDBI कैपिटल मार्केट के रिसर्च हेड ए के प्रभाकर का मानना है कि फर्टिलाइजर, टू-व्हीलर (एंट्री-लेवल), ट्रैक्टर्स, FMCG, एग्रो-केमिकल्स को आमतौर पर सामान्य मॉनसून (Monsoon) से फायदा होता है.
हालांकि, FMCG ने इस साल अब तक कमजोर प्रदर्शन किया है क्योंकि लोगों ने कोविड के चलते खर्चों में कटौती की है.
उनका मानना है कि कोरोमंडल इंटरनेशनल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हीरो मोटोकॉर्प, बेयरकॉर्प, धानुका एग्रीटेक और सुमितोमो केमिकल को सामान्य मॉनसून (Monsoon) से फायदा हो सकता है.
दूसरी ओर, चोकलिंगम ज्योति लैबोरेटरीज और हिंदुस्तान यूनिलीवर पर बुलिश हैं.