शंकर शर्मा (Shankar Sharma) का मानना है कि कम से कम एक साल तक मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में तेजी का दौर बना रहेगा और ये शेयर निवेशकों को मालामाल करते रहेंगे. मार्च 2020 से दलाल स्ट्रीट पर चल रही रैली के बीच BSE मिडकैप और BSE स्मॉलकैप इंडेक्स क्रमशः 131% और 197% चढ़े हैं. मनी9 के साथ बातचीत में फर्स्ट ग्लोबल के को-फाउंडर और वाइस-चेयरमैन ने कहा कि उन्हें घरेलू इक्विटी बाजार में रसायन, सीमेंट, स्टील, फार्मास्यूटिकल्स और प्रौद्योगिकी सेक्टर पसंद हैं. वे कहते हैं कि विश्व स्तर पर सेमीकंडक्टर और अमरीका में ऑटोमोबाइल खुदरा विक्रेताओं भी उनके पसंदीदा हैं.
रसायनिक क्षेत्र में, श्रीकेम जैसे खिलाड़ियों ने साल-दर-साल आधार पर सबसे अधिक 729% ग्रोथ की है. इसके बाद इंडो एमाइन्स (302 फीसदी ऊपर), निखिल एडहेसिव्स (295 फीसदी ऊपर), इंडो बोरेक्स एंड केमिकल्स (290 फीसदी ऊपर), धुनसेरी वेंचर्स (282 फीसदी ऊपर), कनोरिया केमिकल्स (278 ऊपर) और बालाजी एमाइंस (262 फीसदी ऊपर) का स्थान रहा.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, घरेलू विशेषता रसायन उद्योग ($ 32 बिलियन का मूल्य) ने CY15-20 की तुलना में वैश्विक CAGR (11.7%) को दोगुना कर दिया और CY20-25 (उच्च आधार पर) में 12.4% CAGR देने की उम्मीद है.
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि भारत के विभिन्न कारक पक्ष में हैं, जिसमें एक युवा आबादी के नेतृत्व में मजबूत घरेलू खपत शामिल है – जिनमें से लगभग 67% कामकाजी आयु वर्ग, अनुकूल श्रम लागत (चीन का एक तिहाई या वियतनाम का आधा), और सरकारी प्रोत्साहन है. विकास निर्यात और अंतिम उपयोगकर्ता उद्योगों में 10-20% की मजबूत मांग CAGR के नेतृत्व में होगा.
दूसरी ओर, हिकाल (223% YTD ऊपर), NGL फाइन-केम (201% ऊपर), जगसनपाल फार्मा (148%), श्री गणेश रेमेडीज (148%), लाइका लैब्स (130% ऊपर) कुछ के रूप में उभरे.
शर्मा ने कहा, “स्मॉल और मिडकैप में तेजी का दौर जारी रहेगा क्योंकि मोटेतौर पर कहें तो वे पिछले कई सालों से बाजार में हैं. पिछले 12 महीनों में ही हमने उन्हें जीवन में आते देखा है. हो सकता है कि किसी भी बुल मार्केट में कुछ सुधार की आवश्यकता हो, लेकिन चल रही रैली कम से कम एक साल तक जारी रहेगी, यदि अधिक नहीं.”