Stocks: घरेलू बाजारों ने जुलाई 2021 में 2 नए रिकॉर्ड दर्ज किये है. पहला, निफ्टी इंडेक्स ने 30 जुलाई को अपना 15,962 का नया लाइफ टाइम हाई बनाया है. वहीं, दूसरा रिकॉर्ड जुलाई 2021 की डेरिवेटिव इंडेक्स में देखने को मिला है जिसमें अप्रैल 2019 के बाद सबसे कम एक्टिविटी देखने को मिली है. हालांकि बेंचमार्क एक नैरो रेंज में बने रहे, लेकिन ब्रॉडर मार्किट में हमें कई Stocks में बहुत अच्छा एक्शन देखने को मिला है. अगर NIFTY के सपोर्ट की बात की जाये तो 15400 का लेवल अछूता रहा है. जबकि NIFTY ने जुलाई के महीने में मामूली +0.26% की तेजी दर्ज की है. वही डेरिवेटिव्स इंडेक्स की बात की जाये तो ओपन इंटरेस्ट में एक्सपायरी-टू-एक्सपायरी आधार पर 2.03% की कमी देखने को मिली है.
अगर निफ्टी के डेली चार्ट पर नज़र डालें तो आप पाएंगे कि इंडेक्स करीब दो महीने से एक प्राइस बैंड में फंसा हुआ है.
अगर हम डेली चार्ट पर बोलिंगर बैंड (एक इंडिकेटर) का यूज़ करें तो पाएंगे कि काफी लम्बे समय तक चले कंसोलिडेशन फेज के कारण बोलिंगर बैंड squeeze बनता हुआ दिख रहा है जो यह संकेत देता है कि निफ्टी इंडेक्स किसी भी साइड में एक शार्प मूव ले सकता है.
इसलिए इस तरह के शार्प मूव के लिए तैयार रहने की जरूरत है. पैटर्न की बात की जाए तो निफ़्टी अपने 16000 लेवल के ब्रेकआउट के भी काफी करीब है.
अगर निफ़्टी 16000 के लेवल एक ऊपर क्लोजिंग लेता है तो ये ब्रेकआउट कन्फर्मेशन के साथ अच्छी तेज़ी का संकेत भी हो सकता है.जबकि ब्रेकडाउन का कन्फर्मेशन 15600 से नीचे की क्लोजिंग के आधार होगा.
16,000 के ऊपर की क्लोजिंग निफ़्टी को 16,400-16,500 अंक की और भी ले जा सकती है, जबकि इसके अपोजिट 15,600 से नीचे का ब्रेकडाउन निफ़्टी तेजी को कम कर सकता है.
ख़राब से ख़राब परिस्थिति में निफ़्टी का 15000 के लेवल तोड़ पाना मुश्किल मालूम होता है. भले ही इंडेक्स एक नयी ऊंचाई पर पहुंच गया हो पर शार्ट टर्म ट्रेडर्स को अपनी लॉन्ग पोजीशन में प्रॉफिट बुकिंग करते रहना चाहिए.
क्योंकि कुछ डेटा प्वाइंट संकेत देते हैं कि 16,500 के करीब टेम्पररी हाई बनने की संभावना है, लेकिन ऐसा ही होगा यह कह पाना अभी मुश्किल है.
इंडिया VIX से पता चलता है कि कंसोलिडेशन फेज समाप्त होने वाला है और बाजार में अब वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है.
इस प्रकार, हम शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को सलाह देते हैं कि लंबे समय तक दांव लगाते समय बेहद सतर्क रहें और आगे किसी भी अस्पष्टता के मामले में सावधान रहें. निवेशकों को नई लांग पोजिशन बनाने के लिए शेयरों में बड़ी गिरावट का इंतजार करना चाहिए.
निफ्टी बैंक इंडेक्स की बात की जाए तो यह 1,900 अंकों की रेंज में कारोबार करता दिखा. वहीं जुलाई माह में इसका स्तर 35,000 के नीचे रहा. सूचकांक 35,800 की अपनी बाधा के ऊपर एक ब्रेकआउट को बनाने में असफल रहा.
जब तक हमें वित्तीय कंपनियों की भागीदारी नहीं मिलती है, तब तक बाजारों के लिए ऊंचा उठना मुश्किल होगा. केवल अगर सूचकांक 36,000 अंक से ऊपर बना रहता है तो यह संभवतः 37,700 के अब तक के सबसे उच्चतम स्तर और 40,000 अंक की ओर भी जा सकता है.
वहीं आने वाले हफ्तों के लिए 33,900 एक प्रमुख निर्णायक सपोर्ट हो सकता है. इसका उल्लंघन करने से बैंकिंग क्षेत्र में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है, जो अगस्त 2021 में सूचकांक को 33,000 – 32,000 के स्तर तक ले जा सकता है.
जीएमआर इंफ्रा खरीदें, स्टॉप लॉस 27 रुपये, टारगेट प्राइस 31 रुपये
इससे पहले शेयर 27 रुपये से ऊपर के ब्रेकआउट के बाद 34 रुपये तक चढ़ गया था. अब स्टॉक ने उस ब्रेकआउट ज़ोन को फिर से टेस्ट किया है और ऊपर आया है.
नेस्को खरीदें, स्टॉप लॉस 580 रुपये, टारगेट प्राइस 655 रुपये
साप्ताहिक पैमाने पर 89 ईएमए (EMA) और इचिमोकू क्लाउड के प्लेसमेंट पर स्टॉक को सपोर्ट मिला है. आने वाले सप्ताह के लिए शेयर में 605 रुपये की गिरावट के साथ खरीदारी की जा सकती है.
(लेखक आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स में तकनीकी अनुसंधान के मेहुल कोठारी है. व्यक्त किए गए विचार उनके व्यक्तिगत हैं)