Stocks to buy: भारतीय होम टेक्सटाइल्स की बढ़ती डिमांड और एक रणनीति के इस्तेमाल से हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) के शेयरों में आगे भी तेजी की उम्मीद बनी हुई है. हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) एक इंटीग्रेटेड ग्लोबल टेक्सटाइल कंपनी है जो कि होम टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स की डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग में है और इन्हें यूएस, यूरोप और अफ्रीका में बेचती है.
3 गुना चढ़ गए शेयर
शेयर बाजार में जारी मौजूदा तेजी के वक्त हिमतसिंगका (Himatsingka Seide) के शेयर गुजरे एक साल में ही 195 फीसदी या करीब 3 गुना चढ़ चुके हैं और ये 185.80 रुपये पर पहुंच गए हैं. दूसरी ओर, बेंचमार्क BSE सेंसेक्स में इसी अवधि में 48 फीसदी की तेजी आई है.
कैसे रहे तिमाही और सालाना नतीजे?
वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का परफॉर्मेंस कोविड के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुआ है और इससे कंपनी का रेवेन्यू 4 फीसदी नीचे आया है. साथ ही इसका OPM 490 बेसिस पॉइंट्स गिरकर 12.8% पर आ गया है. हालांकि, 31 मार्च को खत्म तिमाही में हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) की रेवेन्यू ग्रोथ तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 10 फीसदी रही है, जबकि साल-दर-साल आधार पर इसमें 72 फीसदी का इजाफा हुआ है.
ब्रोकरेज फर्म शेयरखान का मानना है कि ये स्मॉलकैप कंपनी 2021-22 में 29% ग्रोथ के साथ 2,914 करोड़ का रेवेन्यू हासिल कर सकती है. कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष में अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन के 54 बेसिस पॉइंट बढ़कर 18.2 फीसदी पर पहुंचने का भी अनुमान लगाया है.
क्या आपको लगाना चाहिए पैसा?
शेयरखान हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) पर बुलिश है और इसने कंपनी के शेयर में 28-30% की तेजी की उम्मीद जाहिर की है.
हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) ने गुजरे कुछ वर्षों में 1,300 करोड़ रुपये का केपेक्स किया है. अब कंपनी अपनी बैलेंस शीट में कर्ज को कम करने पर फोकस कर रही है.
कर्ज में कमी
वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने अपना कर्ज 350-400 करोड़ रुपये घटाया है. कंपनी को इस दौरान अच्छा कैश फ्लो मिला है और इसकी वर्किंग कैपिटल पोजिशन में भी सुधार हुआ है.
अच्छे ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस और स्टेबल वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट से अगले दो साल में कंपनी को 500-600 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग कैश फ्लो हासिल होगा. इस पैसे का इस्तेमाल कर्ज घटाने में किया जाएगा.
शेयरखान ने कहा है, “हमें अगले 2-3 साल में कर्ज में 300 करोड़ रुपये की कमी आने की उम्मीद है. ऐसे में कंपनी का मजबूत ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस रहेगा और ब्याज पर खर्च होने वाली रकम भी घटेगी. इससे कंपनी को वित्त वर्ष 2010-20 के मुकाबले 3.4 गुना ज्यादा ज्यादा नेट प्रॉफिट हासिल होगा.”
जोखिम
मार्केट के जानकारों के मुताबिक, नए मार्केट्स में कस्टमर ऑर्डर्स में होने वाले बदलावों, रॉ मैटेरियल की कीमतों में बढ़ोतरी और सरकार की प्रतिकूल एक्सपोर्ट नीतियों से हिमतसिंगका सीड (Himatsingka Seide) के अर्निंग्स अनुमानों में जोखिम पैदा हो सकता है.