Snapdeal IPO: कई स्टार्टअप अपनी लिस्टिंग पर काम कर रहे हैं, जिनमें से कई फिनटेक और ई-कॉमर्स इंडस्ट्रीज से हैं. इनमें Snapdeal का नाम भी जुड गया हैं. ई-टेलर Snapdeal IPO के जरिए करीब 40 करोड़ डॉलर जुटाने पर विचार कर रही है. मीडिया रिपॉर्ट्स के मुताबिक, ई-कॉमर्स रिटेलर 3,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने के लिए IPO लाने वाली है. स्टार्ट-अप की ओर से आईपीओ के जरिये पैसे जुटाने वाली कंपनियों में अब यह भी शामिल होने जा रही है. कंपनी आईपीओ की तैयारी के लिए एडवाइजर्स से बात कर रही है. कंपनी की वैल्यूएशन 2.5 अरब डॉलर तक लगाई जा सकती है.
मीडिया रिपॉर्ट्स के मुताबिक, दिग्गज निवेशक SoftBank Corp समर्थित Snapdeal के IPO की तैयारी अभी शुरुआती दौर में है. हालांकि, Snapdeal और SoftBank ने अपनी ओर से इस बारे में अभी कोई बयान जारी नहीं किया है. यह IPO अगले साल की शुरुआत में आ सकता है.
2010 में शुरू हुई Snapdeal का हेडऑफिस गुड़गांव में है. फिलहाल इस प्लेटफॉर्म पर 800 कैटेगरी के करीब 6 करोड़ प्रोडक्ट रजिस्टर्ड हैं. कंपनी भारत से 6,000 से ज्यादा शहरों और कस्बों में डिलिवरी करती है.
2021 में अब तक करीब 36 कंपनियों ने 60,200 करोड़ रुपये के IPO लॉन्च हो चुके हैं. बहुत सारे स्टार्टअप लिस्टिंग की तैयारी में है. ज्यादातर फिनटेक या ई-कॉमर्स इंडस्ट्री से संबंधित हैं. फिनटेक कंपनी पेटीएम, इंश्योरेंस एग्रीगेटर पॉलिसी बाजार और फैशन एंड कॉस्मेटिक ई-रिटेलर नायका ने अपने IPO के लिए सेबी में पेपर दाखिल किए हैं.
मौजूदा वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में ही कम से कम 12 कंपनियों ने IPO के जरिये 27 हजार करोड़ रुपये जुटा लिए थे. हालांकि, जिस तेजी से IPO आ रहे हैं, उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनियां कम से कम एक लाख करोड़ रुपये IPO से जुटा सकती हैं. इस साल अभी और 40 IPO आ सकते हैं. इनमें से ज्यादातर स्टार्ट-अप हो सकते हैं. फिलहाल फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के आईपीओ को मिले रेस्पॉन्स ने स्टार्ट-अप्स के लिए IPO मार्केट और आकर्षक लगने लगा है.