इंफोसिस के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) से दूर रहने वाले निवेशकों ने समय के साथ भारी पैसा बनाने का मौका गंवा दिया है. आईटी सेक्टर की इस प्रमुख कंपनी ने 1993 में अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) को 95 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर लॉन्च किया था. फाइनेंशियल सर्विसेज की दिग्गज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने 13% इक्विटी की खरीदारी की थी. स्टॉक 145 रुपये पर लिस्ट हुआ था. जो की उसके IPO के मूल्य से लगभग 52% से ज्यादा था. इस बीच इंफोसिस ने अब तक 11 बार बोनस इश्यू और एक बार स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है. साथ ही कंपनी साल 2000 से लगातार डिविडेंड भी दे रही है.
विलियम ओनील इंडिया के मुताबिक उन्होंने इंफोसिस के IPO में 9,500 रुपये का निवेश किया था. जो आज 20 लाख रुपये के डिविडेंड के साथ 2 करोड़ रुपये हो गया है. मंगलवार को बीएसई पर कंपनी के शेयर 1,689 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति कहते हैं कि जब इंफोसिस स्टार्टअप स्टेज में थी. तो कंपनी और इंडस्ट्री को रेगुलेटरी और फंडिंग चुनौतियों के कारण बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ा था, जबकि कंपनी पर टैलेंट अवेलेबिलिटी की कोई चिंता नहीं थी. उनका मानना है कि आज के इंटरप्रेन्योर सक्षम हैं और उन्हें आग बढ़ाने के लिए एक अच्छा इकोसिस्टम है. लेकिन बाजार में कॉम्पटीशन बहुत बढ़ गया है ऐसे में सफलता के लिए अच्छे टैलेंट तक पहुंच बहुत जरूरी है.
पिछले 15 सालों के दौरान इंफोसिस का नेट प्रॉफिट सालाना 14% से अधिक बढ़कर 18,048 करोड़ रुपये हो गया है. फाइनेंशियल ईयर 2006 में यह आंकड़ा 2421 करोड़ रुपये का हुआ करता था. इसी अवधि के दौरान कंपनी की नेट सेल्स ईयरली 16% से बढ़कर 85,912 करोड़ रुपये हो गई है.
इंफोसिस ने जून तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट में लगभग 23% की बढ़ोतरी के साथ 5,195 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की और साथ ही रोबस्ट पाइपलाइन डील और मजबूत Q1 प्रदर्शन से कंपनी का रेवेन्यु 14 से 16% तक बढ़ गया है. बेंगलुरू स्थित कंपनी ने जून 2021 तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट में 22.7% की वृद्धि के साथ 5,195 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की है. जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 4,233 करोड़ रुपये थी. ऑपरेशन से इसका रेवेन्यू, फाइनेंशियल ईयर 2022 की पहली तिमाही में 17.8% बढ़कर 27,896 करोड़ रुपये हो गया है. जो एक साल पहले की अवधि में 23,665 करोड़ रुपये था.
इन्फोसिस ने फाइनेंशियल ईयर 2022 के लिए अपने रेवेन्यू लक्ष्य को 12 से 14% के पिछले लक्ष्य से, 14 से 16% तक बढ़ा दिया है. कंपनी का कहना है कि पाइपलाइन डील्स और मजबूत तिमाही के नतीजों को देखते हुए हमें पूरा भरोसा है कि हम इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे. जून तिमाही में 2.6 अरब डॉलर के टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) के साथ इंफोसिस का डील फ्लो मजबूत रहा है.
ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने 1,900 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ इंफोसिस पर ख़रीदारी करने की सलाह दी है. जो मौजूदा प्राइस से लगभग 13% ऊपर का लक्ष्य है. एमके के मुताबिक डिजिटल खर्च में तेजी, स्ट्रांग डील और मजबूत पाइपलाइन, बड़ी डील्स पर केंद्रित ध्यान और इकोसिस्टम पार्टनर, स्टार्टअप और डील्स सलाहकारों के साथ संबंधों को मजबूत करने के कारण फाइनेंशियल ईयर 2022 में इंफोसिस के रेवेन्यू में तेजी आने की उम्मीद है. दूसरी ओर शेरखान भी 1,950 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ इंफोसिस पर खरीदारी की सलाह दे रहे हैं.