Share Market: लगातार दूसरे सप्ताह शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ. पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में निफ्टी 315 अंकों के रेंज में ट्रेड किया है. इस सप्ताह सेंसेक्स 60067 अंकों पर और निफ्टी 17916 अंकों पर बंद हुआ. बाजार के जानकारों का कहना है कि निफ्टी के लिए 18000 का स्तर बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह उसके करीब बंद हुआ है. निफ्टी में इस सप्ताह 1.39 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट में इक्विटी रिसर्च के मिलन वैष्णव ने कहा कि अगले सप्ताह बाजार में इंपोर्टेंट मूवमेंट देखा जा सकता है. बाजार में 18265 पर एक रेसिसटेंस रहेगा जबकि, 17865 और उसके बाद 17680 पर एक सपोर्ट होगा.
टेक्निकल आधार पर देखें तो अभी तक बाजार में गिरावट को लेकर ऐसा कोई गंभीर संकेत नहीं दिख रहा है. अगर बाजार में गिरावट आती है तो बायर्स हावी हो जाएंगे और फिर से बाजार में तेजी का सिलसिला शुरू होगा.
टेक्निकल आधार पर इस सप्ताह मीडिया, रियल्टी, एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टॉक्स में तेजी की पूरी संभावना है. वैष्णव का मानना है कि मिडकैप एकबार फिर से शानदार प्रदर्शन करेगा.
इसके अलावा पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज, बैंक्स, ऑटो, रियल्टी और फार्मा स्टॉक्स में तेजी की पूरी संभावना है. बाजार के सारे संकेत मजबूत बने हुए हैं. ऐसे में शॉर्ट करने की जरूरत नहीं है. जब कभी गिरावट आए, बाजार में सलेक्टिव खरीदारी पर फोकस करना चाहिए.
आर्थिक सुधार ट्रैक पर है. ऐसे में बाजार में बायर्स हावी हैं. हाल ही में सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है. ऐसे में महंगाई में गिरावट के पूरे आसार है.
महंगाई के नियंत्रण में आने से कंज्यूमर डिमांड में तेजी आएगी और आर्थिक सुधार की रफ्तार तेज होगी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा कि वह इस महीने बॉन्ड टैपरिंग नहीं करेगा. अगले महीने से हर महीने 15 बिलियन डॉलर कम बॉन्ड खरीदा जाएगा.
फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कहा कि फिलहाल फेडरल रिजर्व इंट्रेस्ट रेट नहीं बढ़ाएगा. ऐसे में इस महीने विदेशी निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत रहने की पूरी संभावना है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का कहना है कि बाजार अगर 18250 की तरफ जाता है तो खरीदारी करनी चाहिए. निफ्टी के लिए 17777 एक मजबूत सपोर्ट है.