चॉइस ब्रोकिंग के चार्ट एनालिस्ट सुमीत बागड़िया का मानना है कि अगले कुछ महीनों में BSE सेंसेक्स 66,666 पर पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि इंडेक्स इचिमोकु क्लाउड और बोलिंगर बैंड फॉर्मेशन के ऊपर चल रहा है. इसके साथ ही रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), स्टोकेस्टिक और MACD जैसे सपोर्टिव इंडीकेटर्स भी इसके नियर टर्म में ऊपर जाने की ओर इशारा कर रहे हैं. 30 शेयरों वाला सेंसेक्स गुरुवार को F&O एक्सपायरी के दिन 82.81 अंक चढ़कर 59,496.08 के करीब करोबार कर रहा है.
मार्च 2020 में कोविड के चलते अपने लो लेवल के बाद से BSE सेंसेक्स लगातार ऊपर चढ़ रहा है. ज्यादा लिक्विडिटी, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के इनफ्लो और उम्मीद से अच्छे तिमाही नतीजों से गुजरे 18 महीनों में मार्केट सेंटीमेंट मजबूत हुआ है.
इससे पहले कोविड की वजह से पिछले साल मार्च में लॉकडाउन लगाया गया और इसके चलते सेंसेक्स 25,638.90 के लो पर चला गया. इसके बाद से ये चढ़ते हुए फरवरी में 52,516.76 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया. एक साल में सेंसेक्स 104 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है. इसके बाद इंडेक्स ऑल-टाइम हाई से 10 फीसदी गिरकर 47204 पर आ गया. बाद में अप्रैल 2021 से इसमें फिर तेजी आनी शुरू हुई.
जून और जुलाई में सेंसेक्स में तेजी और कंसॉलिडेशन देखा गया. इस दौरान ये 51,450 से 53,290 के बीच रहा. अगस्त 2021 में सेंसेक्स ने ब्रेकआउट दिया और ये 52,901.28 के लेवल से उछलकर 59,737.32 के नए मुकाम पर चला गया. महज डेढ़ महीने में सेंसेक्स में 6,500 से ज्यादा अंकों की तेजी आई है. इसके बाद मार्केट में हल्की प्रॉफिट बुकिंग देखी गई. लेकिन, आखिर में सेंसेक्स 60,000 अंक के अहम पड़ाव को तोड़कर ऊपर निकल गया.
बागड़िया कहते हैं, अगर हम मीडियम-टर्म के हिसाब से देखें तो ये रैली 64,444 तक जा सकता है, जो कि फिनोनैकी एक्सटेंशन का 61.8 फीसदी है. सेंसेक्स के एक नए मुकाम पर पहुंचने से पहले इसमें कुछ उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है. लेकिन, हरेक गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका होगी. ये रैली 66,666 तक जारी रह सकती है.