सोमवार को सुबह 11.30 बजे कारोबार के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयर BSE पर 2.67 फीसदी चढ़कर 411.80 रुपये पर चल रहे थे. मार्च में खत्म तिमाही के दौरान SBI के मजबूत प्रदर्शन के चलते इसके शेयरों में तेजी आ रही है.
21 मई को SBI ने 21 मई को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही (Q4) के लिए नतीजे पेश किए हैं. इस तिमाही में SBI का नेट प्रॉफिट (टैक्स के बाद मुनाफा) 80.15 फीसदी बढ़कर 6,451 करोड़ रुपये रहा है. एक साल पहले की इसी तिमाही में SBI का नेट प्रॉफिट 3,581 करोड़ रुपये रहा था.
मार्च 2021 तिमाही (Q4FY21) में SBI की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 18.89 फीसदी बढ़कर 27,067 करोड़ रुपये रही है. जो कि इससे एक साल पहले इसी तिमाही में 22,767 करोड़ रुपये थी.
मार्च तिमाही में SBI का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 16 बेसिस पॉइंट बढ़कर 2.90 फीसदी पर पहुंच गया है.
साथ ही गुजरी तिमाही (मार्च 2021) में SBI की एसेट क्वॉलिटी भी सुधरी है और बैंक के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) इससे ठीक पहले वाली तिमाही के मुकाबले 46 बेसिस पॉइंट्स (bps) गिरकर 4.98 फीसदी पर आ गए हैं. बैंक का नेट NPA इस दौरान 31 bps गिरकर 1.50 फीसदी पर आ गया है.
यहां हम बता रहे हैं कि SBI के तिमाही नतीजों को देखते हुए ब्रोकरेज हाउसेज इसके शेयरों के लिए क्या राय दे रहे हैं.
CLSA | टारगेट प्राइस: Rs 650 | तेजी: 61%
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि SBI सरकारी यूनिट्स में सबसे बेहतरीन शेयर है. SBI के चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे रहे हैं. महामारी के साल में बैंक का स्लिपेज केवल 1.2 फीसदी रहा है जो कि एक बड़ा सरप्राइज है.
मॉर्गन स्टेनली | टारगेट प्राइस: Rs 600 | तेजी: 49%
कोविड के बावजूद 2020-21 में SBI की एसेट क्वॉलिटी बढ़िया रही है. अच्छी रिटेल अंडरराइटिंग और कॉरपोरेट नॉन-परफॉर्मिंग लोन साइकिल में बदलाव के चलते ऐसा मुमकिन हो पाया है. बैंक का कोर प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) बढ़िया रहा है और इसमें आगे भी सुधार आएगा. इस तरह से 2021-22 में बैंक का रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) बढ़कर 0.8 फीसदी पर पहुंच सकता है. मौजूदा वक्त में बैंक की वैल्यूएश बेहद आकर्षक स्तर पर है.
मोतीलाल ओसवाल | टारगेट प्राइस: Rs 530 | तेजी: 31%
SBI ने एक चुनौती भरे माहौल में मजबूत प्रदर्शन किया है. अच्छे CASA के साथ बैंक की डिपॉजिट ग्रोथ मजबूत रही है. दूसरी ओर बैंक की लोन ग्रोथ में 2022-23 के दौरान रिकवरी की उम्मीद है. दूसरी ओर, बैंक की एसेट क्वॉलिटी भी उत्साहजनक है. SBI की रिटेल एसेट क्वॉलिटी शानदार रही है और इसका स्लिपेज दूसरे बैंकों के मुकाबले काफी कम रहा है.
JM फाइनेंशियल | Target price: Rs 525 | Upside: 30%
SBI के मैनेजमेंट ने दोहराया है कि वे मीडियम टर्म में 15% RoE देने में सफल रहेंगे. बैंक ने 2021-22 में 10 फीसदी क्रेडिट ग्रोथ का टारगेट रखा है. साथ ही क्रेडिट कॉस्ट में सुधार के चलते बैंक की एसेट क्वॉलिटी भी बेहतर हो रही है.
(डिस्क्लेमरः इस स्टोरी में दी गई सिफारिशें संबंधित रिसर्च और ब्रोकरेज फर्मों की हैं. मनी9 और इसके मैनेजमेंट की इनको लेकर कोई जवाबदेही नहीं है. कृपया निवेश से पहले अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह कर लें.)