महामारी के समय में इमरजेंसी फंड की जरूरत कई गुना बढ़ी है. सोने के गहनों पर लोन लेने वालों की संख्या बढ़ी है. वहीं देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) शेयरों पर भी लोन देता है.
बैंक में डीमैट खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है. या फिर, यू कहें कि डीमैट खाता होने पर आपको 20 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है.
ये लोन सुविधा सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनका डीमैट खाता SBI कैपिटल सिक्योरिटीज में हैं. केवल यही खाताधारक इस कर्ज की पात्रता रखते हैं.
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ये सुविधा अब तक विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए शुरू नहीं की गई है. जॉइंट खाताधारक भी ये लोन नहीं ले सकते.
मौजूदा नियमों के मुताबिक ऐसे SBI ग्राहक जो इस लोन के लिए पात्रता रखते हैं उन्हें शेयरों पर कम से कम 50,000 रुपये का लोन मिल सकता है.
इस सुविधा के तहत अधिकतम 20 लाख रुपये का कर्ज लिया जा सकता है. हालांकि, अगर IPO में सब्सक्रिप्शन के लिए लोन ले रहे हैं तो 10 लाख रुपये से ज्यादा लोन नहीं मिलेगा.
इस तरह के डिमांड लोन को अधिकतम 30 महीनों में चुकाना होगा. डिमांड लोन वे लोन होते हैं जिनके रीपेमेंट की कोई तय अवधि नहीं होगी. कर्ज लेने वाले अपनी सुविधा के मुताबिक इस कर्ज को चुका सकते हैं. कर्जदारों पर प्री-पेमेंट चार्ज भी नहीं लगता.
गौरतलब है कि डिमांड लोन एक तरह का शॉर्ट टर्म फाइनेंस है – यानी छोटी अवधि का कर्ज, जिस वजह से इसकी कोई तय अवधि नहीं होती.
जानकारी के मुताबिक, इस तरह शेयरों पर लोन लेने पर सालाना 9.75 फीसदी का ब्याज दर लगाया जाता है.
इक्विटी शेयरों पर कर्ज लेने पर SBI कम से कम 1,000 रुपये काी प्रोसेसिंग फीस लगाएगा. इसमें GST दर अलग से लगेगी. साथ ही ओवरड्राफ्ट अकाउंट पर 1,000 रुपये का रिव्यू चार्ज भी है.